शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद अब किसकी गिरफ्तारी होनी बाकी है। इसका जवाब तो सीबीआई के अधिकारी ही दे सकते हैं। फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस पूरे मामले पर अपना आक्रामक रवैया अपनाया है। भाजपा के नेता मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद कह रहे हैं कि मास्टरमाइंड तक अभी भी पहुंचना बाकी है। सवाल ये उठता है कि आखिर भारतीय जनता पार्टी किसकी ओर इशारा कर रही है। वहीं आम आदमी पार्टी की ओर से गिरफ्तार होने वाले मनीष सिसोदिया पहले नेता और मंत्री नहीं है। इससे पहले भी आम आदमी पार्टी के चार मंत्रियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर कहा कि दिल्ली की जनता इसी दिन का इंतजार कर रही थी। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी शराब घोटाले की बड़ी गिरफ्तारी है। अभी भी मास्टरमाइंड तक पहुंचना बाकी है। मनोज तिवारी गिरफ्तारी पर कहते हैं कि जिस तरीके से दिल्ली के बच्चों को नशे में ढकेलने का प्रयास किया, दिल्ली के खजाने को लूटने का काम किया। इस तरह से माहौल बनाने और दिल्ली को बर्बादी के कगार पर पहुंचाने के बाद आज कोई मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से दिल्ली की जनता खुश है। अब सियासी गलियारों में मनोज तिवारी के इस बयान को डिकोड किया जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा इस बात की है कि मनीष सिसोदिया के बाद क्या जांच एजेंसिया दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर किसी तरीके का कोई शिकंजा कस सकती हैं। कानूनी मामलों के जानकार और वरिष्ठ वकील शिरीष धवन कहते हैं कि किसी मामले में किसी भी व्यक्ति का नाम है और उस मामले की जांच चल रही है, तो जांच एजेंसियां पूछताछ के लिए आरोपित को कभी भी बुला सकती है। रही बात गिरफ्तारी की तो किसी भी जांच में संतुष्ट न होने पर पहले भी गिरफ्तारियां होती रहीं हैं। धवन कहते हैं कि अब मास्टरमाइंड कौन है इसकी जांच और गिरफ्तारी कब होगी ये बात तो जांच अधिकारी ही करके बता सकता है। मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी गिरफ्तारी पर राजनैतिक विश्लेषकों का कहना है कि जिस तरीके से गुजरात में चुनावों के दौरान जांच एजेंसी की सक्रियता बढ़ी थी, उसे यह कयास तो लगाया ही जा रहा था कि सिसोदिया की गिरफ्तारी तभी हो सकती है। उस वक्त सिसोदिया की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। सियासी जानकारों का कहना है कि निशित और पर ऐसे दौर में होने वाली गिरफ्तारी का सियासी नफा नुकसान भी उठाना पड़ता है। मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के साथ सियासी गलियारों में चर्चा इस बात की हो रही है कि आम आदमी पार्टी के कितने नेताओं को अब तक जेल हो चुकी है। आप के कितने नेताओं पर भ्रष्टाचार के मामले और शिकायतें आईं हैं। दरअसल इसकी चर्चाएं इसलिए ज्यादा हो रही है, क्योंकि आम आदमी पार्टी का गठन ही भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए किया गया था। ऐसे में इनकी पार्टी के नेताओं की भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तारियां सियासी गलियारों में चर्चा का विषय है।
इन मंत्रियों की भी हो चुकी गिरफ्तारी
आम आदमी पार्टी के कई मंत्रियों को अब तक अलग अलग आरोपों में गिरफ्तार किया जा चुका है। जिसमे दो मंत्रियों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा आप के कई मंत्री और विधायक अलग अलग विवादों में और शिकायतों के मामलों में जेल जा चुके हैं। आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया। इसके अलावा आप सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन को मंनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया और जेल गए। दिल्ली सरकार के कानून मंत्री जितेंद्र तोमर को 2015 में गिरफ्तार किया गया था। उन पर फर्जी डिग्री मामले में कार्रवाई हुई थी। इसके अलावा आम आदमी पार्टी में मंत्री रहे संदीप कुमार राशन कार्ड बनवाने के बहाने महिला से रेप केस में फंस चुके हैं। उनको भी जेल हुई थी। पंजाब में आम आदमी पार्टी के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंघला को एंटी करप्शन ब्रांच ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया था। केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती को गिरफ्तार कर जेल हुई। दिल्ली दंगों में ताहिर हुसैन को गिरफ्तार किया गया।
मास्टरमाइंड तक पहुंचना बाकी है! ऐसा क्यों कह रही भाजपा, क्या अरविंद केजरीवाल है अगला नाम?
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