मुंबई, मुंबई में जमीन के ऊपर से लेकर नीचे तक तेज गति से मेट्रो मार्ग का निर्माण कार्य चल रहा है। मंगलवार को मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसीएल) ने कफ परेड से लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) के बीच भूमिगत मार्ग बना लिया है। मेट्रो-3 कॉरिडोर का पैकेज-1 का काम पूरा होने के साथ ही मार्ग की 38वीं सुरंग बन गई है।
कोलाबा-बांद्रा-सिप्ज के बीच बन रहे 33.5 किमी लंबे कॉरिडोर के लिए 52 किमी तक भूमिगत मार्ग पूरा हो चुका है। एमएमआरसीएल के अनुसार, पूरे मार्ग पर अब केवल
4 प्रतिशत ही सुरंग का कार्य बचा है।
दक्षिण मुंबई परिसर की कई पुरानी इमारतों के बीच एमएमआरसीएल ने हुतात्मा चौक से सीएसएमटी अप-डाउन लाइन पर मार्ग 149 दिन में बनाया है। 557 मीटर लंबे मार्ग के निर्माण में कॉन्क्रीट की 405 रिंग्स का इस्तेमाल किया गया है। रॉबिंस बनावट के सूर्य-1 ड्यूअल मोड हार्ड रोक टनल बोरिंग मशीन की मदद से भूमिगत मार्ग का निर्माण किया गया।
बता दें कि सोमवार को मेट्रो-7 और मेट्रो-2ए कॉरिडोर के 20 किमी मार्ग पर ट्रायल रन आरंभ हुआ है। अक्टूबर तक 20 किमी और जनवरी 2022 तक पूरे 34 किमी मार्ग पर मेट्रो सेवा शुरू हो जाएगी।
चुनौतीपूर्ण था टनल बनाना’
मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के व्यवस्थापकीय संचालक रणजीत सिंह देओल के अनुसार, पूरे मार्ग पर भूमिगत मार्ग बनाने का 96 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है। मेट्रो-3 के कुल 7 पैकेज में से 6 पैकेज का टनल निर्माण शत-प्रतिशत पूरा हो गया है। ऐतिहासिक इमारतों के नजदीक टनल निर्माण कार्य करना बहुत चुनौती पूर्ण था। पैकेज-1 अंतर्गत कफ परेड, विधान भवन, चर्च गेट और हुतात्मा चौक मेट्रो स्टेशनों का निर्माण कार्य चल रहा है।
पैकेज-1 के तहत बने भूमिगत मार्ग
– कफ परेड से विधान भवन (अप लाइन 1228 मीटर, डाउन लाइन 1254 मीटर)
– विधान भवन से चर्चगेट अप लाइन 498 मीटर, डाउन लाइन 481 मीटर)
– चर्चगेट से हुतात्मा चौक (अप लाइन 654 मीटर)
– हुतात्मा चौक से सीएसएमटी अप लाइन (अप लाइन 557 मीटर डाउन लाइन 569 मीटर)
मुंबई की भूमिगत मेट्रो का 52 किमी मार्ग तैयार
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