मुंबई
मैं फिर आऊंगा… ऐसा कहनेवाले देवेंद्र फडणवीस, मुख्यमंत्री का पद नहीं मिलने से नाखुश हैं। सरकारी कार्यक्रमों में उनकी बॉडी लैंग्वेज उनके अंदर छुपे दर्द को बयां कर रही है। दिल्ली के नेताओं ने मुझे उपमुख्यमंत्री बनाकर एक सरप्राइज गिफ्ट दिया है। यह कहते हुए फडणवीस ने कल एक सार्वजनिक कार्यक्रम में फिर एक बार मुख्यमंत्री न बन पाने का दर्द बयां किया।
राज्य में नवगठित सरकार में फडणवीस के मुख्यमंत्री न बन पाने से भाजपा में बेचैनी है। हाल में मुंबई सहित महाराष्ट्र में फडणवीस के स्वागत के लिए आयोजित कार्यक्रमों में लगे बैनर- पोस्टरों में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तस्वीर गायब होने से साफ जाहिर हो रहा है कि फडणवीस के समर्थकों में केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ काफी नाराजगी है। लेकिन कल शिवसंग्राम पार्टी के नेता विनायक मेटे द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने यह कहते हुए अपना दर्द बयां किया कि हमारे नेताओं ने मुख्यमंत्री की बजाय उपमुख्यमंत्री बनाकर मुझे सरप्राइज गिफ्ट दिया है।
फडणवीस ने कहा कि भाजपा-शिवसेना युति सरकार ने मराठा आरक्षण के लिए कानून बनाया उसके लिए हाईकोर्ट में लड़ाई लड़ी गई। तमिलनाडु के बाद मुंबई हाईकोर्ट ने आरक्षण दिया लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार ने आगे कुछ नहीं किया। मराठा आरक्षण के मामले को लेकर फडणवीस ने मेटे को आश्वस्त किया कि अब कठिन डगर है लेकिन उससे भी रास्ता निकालकर हम आगे जाएंगे। फडणवीस ने आगे कहा कि मेरे नेताओं ने मुझे सरप्राइज गिफ्ट दिया और कहा कि आप उपमुख्यमंत्री बन जाइए और मैं सत्ता में आया। इसलिए आप चिंता न करिए राजनीतिक गिफ्ट घोषित नहीं किया जाता। वह सरप्राइज होता है और उचित समय आने पर आपको मिलता है। यह कहते हुए फडणवीस ने विनायक मेटे को फिर एक बार मंत्री पद का लॉलीपॉप दिया।
मुख्यमंत्री बनना था, दिल्लीवालों ने सरप्राइज गिफ्ट दिया! फडणवीस का दर्द जुबां पर
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