देश के महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की बायोपिक स्वतंत्र वीर सावरकर रिलीज से पहले ही विवादों में फंसी हुई है। इस फिल्म को लेकर रोज कुछ न विवाद देखने को मिल रहा है। फिल्म का टीजर रिलीज होने के बाद से ही यह सुर्खियों में बना हुआ है। बीते दिनों इसको लेकर सुभाष चंद्र बोस के परपोते ने तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने की बात कही थी। अब फिल्म निर्माताओं के बीच में विवाद देखने को मिल रहा है। स्वतंत्र वीर सावरकर को लेकर रणदीप हुड्डा का कहना है कि वह इस फिल्म के बौद्धिक संपदा अधिकारों के एकमात्र मालिक हैं। यही वजह है कि उन्होंने संदीप सिंह और आनंद पंडित को कानूनी नोटिस भेज दिया है। आनंद और संदीप के कानूनी सलाहकार रवि सूर्यवंशी का कहना है कि लीजेंड स्टूडियोज प्राइवेट लिमिटेड और आनंद पंडित मोशन पिक्चर्स एलएलपी फिल्म के संपूर्ण बौद्धिक संपदा अधिकार और शोषण अधिकारों के संयुक्त निर्माता और मालिक हैं। उनका कहना है कि रणदीप हुड्डा के सभी दावे झूठे और निराधार हैं। निर्माताओं ने रणदीप को फिल्म में एक अभिनेता के रूप में साइन किया था। अब आनंद और संदीप रणदीप के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया में हैं।
पहले भी भेजा जा चुका है नोटिस
बता दें कि रणदीप ने आनंद और संदीप को कानूनी नोटिस जारी कर दिया है। खबरों के अनुसार पिछले साल 3 नवंबर, 8 दिसंबर और इस साल 7 जून और 26 जून को भी आनंद और संदीप को कानूनी नोटिस भेजे गए थे। वहीं इस मामले में रणदीप हुड्डा के कानूनी सलाहकार का कहना है कि उन्होंने अपने बैनर के तहत वित्तीय और मानसिक सहित विभिन्न चुनौतियों का सामना करके फिल्म को लिखने से लेकर इसका निर्माण और निर्देशन किया है। उन्होंने कहा, ‘अभिनेता ने अपने किरदार के लिए वजन कम करके गंभीर पीड़ा का भी सामना किया है। वह बौद्धिक संपदा अधिकारों के एकमात्र मालिक हैं और कानूनी रूप से मजबूत स्थिति में है। वह समय पर फिल्म की रिलीज सुनिश्चित करना चाहते हैं।’