अनुपम खेर हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता हैं। वह अक्सर किसी न किसी मुद्दे पर अपनी बात रखते रहते हैं। पिछले दिनों जब द कश्मीर फाइल्स को फिल्मफेयर के लिए सात नॉमिनेशन्स दिए गए लेकिन अवॉर्ड किसी में भी नहीं मिला तो इसपर अभिनेता ने अपना गुस्सा जाहिर किया था। अब अनुपम खेर ने राजनीति से अपने जुड़ाव के बारे में बात की है। उन्होंने कहा है कि उनका हित राष्ट्र की भलाई में निहित है। अनुपम खेर ने इस दौरान यह भी कहा कि अगर वह किसी राजनीतिक दल में शामिल होना चाहते तो पहले ही हो जाते। अभिनेता ने हाल ही में एक न्यूज एजेंसी के पॉडकास्ट के दौरान कुछ बातें कहीं। उन्होंने कहा, जब भी कोई मुद्दा होता है और उसपर मैं अपने मन की बात रखता हूं तो लोग सोचते हैं कि ये एक राजनीतिक मुद्दा है। पहली बात तो मैं एक भारतीय हूं और मेरी पहली रुचि भारत है। अब अगर वर्तमान सरकार भारत के बारे में ज्यादा सोचती है तो मैं सीधा उनसे जुड़ सकता हूं, लेकिन अगर मैं किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल होना चाहता तो पहले ही हो जाता। अनुपम खेर ने आगे कहा कि उनकी दिलचस्पी में भारत में है। उन्होंने कहा, मेरा पूरा फोकस भारत पर है और लोग इसे राजनीति से भ्रमित करना चाहते हैं तो यह उनकी समस्या है। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि तमाम सितारे अपनी राजनीतिक विचारधाराओं के बारे में बात करना क्यों नहीं चाहते हैं। अभिनेता ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अभिनेताओं का एक फैन बेस है, लोगों का आधार है। आज के समय में इसका गलत मतलब आसानी से निकाला जा सकता है।
अनुपम खेर ने आगे कहा ‘आज के समय में इसे आसानी से मुद्दा बनाया जा सकता है। वरना पहले देव आनंद साहब, विजय आनंद साहब, उन्होंने एक विशेष विचारधारा का समर्थन किया। वे मुखर थे और साथ में काम भी होता रहता था।’ इसके अलावा उन्होंने अपने फिल्मी सफर, किरण खेर से मुलाकात, फिटनेस, चीनी छोड़ने पर उनकी मां की प्रतिक्रिया, द कश्मीर फाइल्स पर लोगों की प्रतिक्रिया और भी कई मुद्दों पर बात की। वर्कफ्रंट की बात करें तो अनुपम खेर की आखिरी फिल्म नीना गुप्ता के साथ शिव शास्त्री बलबोआ थी। इसके अलावा पाइपलाइन में उनके कई फिल्में हैं। वह विवेक अग्निहोत्री की द वैक्सीन वॉर से लेकर कंगना रनौत की इमरजेंसी में भी नजर आने वाले हैं।