झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को खारिज किया है। मंगलवार सुबह उन्होंने दिल्ली में कहा कि मैं अपने निजी काम से दिल्ली आया था। मैंने यहां किसी से मुलाकात नहीं की। उन्होंने कहा कि न ही मैं किसी (भाजपा नेता) से मिलना चाहता हूं। चंपई सोरेन ने यह भी कहा कि मुझे नहीं समझ आ रहा कि यह सब कौन और क्यों कह रहा है। चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि मैं अपनी बात बोल चुका हूं। कुछ भी नया बोलना नहीं है। दरअसल झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन रविवार को दिल्ली पहुंचे थे। इसे लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वहीं एक सोशल मीडिया पोस्ट में चंपई सोरेन ने कहा था कि उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में कड़वे अपमान का अनुभव किया। ऐसे में उन्हें वैकल्पिक रास्ता तलाशने के लिए मजबूर होना पड़ा। चंपई ने पोस्ट में कहा था कि पार्टी विधायकों की बैठक के दौरान उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। इससे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची। चंपई सोरेन ने कहा था कि उनके पास तीन विकल्प हैं। पहला राजनीति से संन्यास लेना, दूसरा अलग संगठन बनाना और तीसरा अगर कोई सहयोगी मिल जाए तो उसे साथ लेकर आगे बढ़ना। आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव तक मेरे लिए सभी विकल्प खुले हैं। वहीं झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा था कि भाजपा में शामिल होने के संबंध में चंपई सोरेन से अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है। चंपई मंझे हुए राजनेता हैं और वे अपना रास्ता खुद तय करेंगे। वह नुभवी राजनेता हैं और अलग झारखंड आंदोलन का हिस्सा रहे हैं। जिस तरह उन्हें सीएम पद से हटाया गया है। इससे वह आहत हैं और अपमानित महसूस कर रहे हैं। अगर चंपई सोरेन जैसे वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ेंगे तो इसका असर पार्टी पर पड़ेगा।
‘मैनें किसी से मुलाकात..’, BJP में शामिल होने की अटकलों के बीच चंपई बोले- निजी काम से दिल्ली आया था
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