#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

यहां मिली श्रीकृष्ण की मूर्ति, अंदर पहुंचे लोग तो आंखों के सामने था हैरान करने वाला नजारा

233
वरुणावत पर्वत के शीर्ष पर बसे ज्ञाणजा गांव में दो साधुओं ने मिलकर एक प्राकृतिक गुफा को विकसित किया हैै। इस गुफा में महाभारत कालीन श्रीकृष्ण की मूर्ति मिली है। इसके साथ ही इसके अंदर स्थापित किया हुआ शिवलिंग भी मिला है। ग्रामीणों ने पर्यटन विभाग से गुफा के संरक्षण के लिए मांग की है। जिससे कि यह धार्मिक सहित रोमांच पर्यटन का केंद्र बन सके। क्योंकि यह पंचकोसी यात्रा के मुख्य पड़ाव पर स्थित है। भटवाड़ी विकासखंड के ज्ञाणजा गांव के हरुना नामे तोक में जंगलों के बीच स्वामी शंकर महाराज ने करीब 250 मीटर प्राकृतिक गुफा की खोज की। उन्होंने ग्रामीणों के साथ इस गुफा के अंदर जाकर सर्वे किया। जिसमें गुफा के भीतर महाभारतकालीन श्रीकृष्ण की पत्थर की एक मूर्ति मिली। जिसमें श्रीकृष्ण हाथ में बांसुरी लिए खड़े हैं। वहीं गुफा के अंदर स्थापित किया हुआ शिवलिंग भी मिला है। उसके बाद स्वामी शंकर महाराज ने जोगड़ गांव आश्रम के विपुल स्वामी के साथ मिलकर इस गुफा को विकसित करने का बीड़ा उठाया।
Lord Krishna Idol of Mahabharata found in natural cave of Gyanja village Uttarkashi Uttarakhand Watch Photos
दोनों साधुओं ने गुफा तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां सहित गुफा के मुख को चौड़ा कर वहां पर गेट निर्माण भी किया। वहीं गुफा के अंदर सोलर लाइट भी लगाई गई है। स्वामी विपुल ने बताया कि पुराणों में उल्लेख है कि यह महाभारत काल में महातपा ऋषि की तपस्थली रही थी। क्षेत्र पंचायत सदस्य तनुजा नेगी ने कहा कि यह गुफा पंचकोसी यात्रा के मुख्य पड़ाव पर स्थित है। इस संबध में उन्होंने पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन से गुफा के संरक्षण की मांग की है। जिससे कि यह पर्यटन का नया केंद्र बन सके। क्योंकि यह जनपद मुख्यालय से महज 10 किमी की दूरी पर स्थित है। वहीं उन्होंने गुफा में मिली मूर्ति का पुरातत्व विभाग से संरक्षण की मांग भी की है।जिला पर्यटन अधिकारी जसपाल चौहान ने बताया कि जिले में केव टूरिज्म के लिए गुफाओं की एक साइट तैयार की जा रही है। जिसमें इस गुफा को भी शामिल किया जाएगा। वहीं गुफा का मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *