रक्षाबंधन से शुरू हो रहे त्योहारी सीजन से बाजार में छाई सुस्ती दूर होने के आसार हैं। व्यापारियों को अनुमान है कि अकेले रक्षा बंधन पर ही 10 हजार करोड़ रुपये तक का व्यापार हो सकता है। यह त्योहारी सीजन इस साल के अंत में नववर्ष के जश्न तक जारी रहेगा और इस दौरान विभिन्न सेक्टरों में तेजी आ सकती है। इससे न केवल व्यापारियों को लाभ होगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। पिछले वर्ष की बाजारी सुस्ती के बाद भी रक्षाबंधन पर व्यापार लगभग 7 हज़ार करोड़ रुपये का रहा था। वर्ष 2021 में यह व्यापार 6 हज़ार करोड़ रुपये का रहा था जबकि वर्ष 2020 में 5 हज़ार करोड़, वर्ष 2019 में 3500 करोड़ और वर्ष 2018 में लगभग 3 हज़ार करोड़ का रहा था। यदि कैट की मानें तो इस व्यापार में हर साल लगभग एक हजार करोड़ की वृद्धि हो रही है। व्यापारियों के संगठन कैट का अनुमान है कि इस साल रक्षाबंधन पर वस्त्र उद्योग के साथ-साथ ऑटोमोबाइल, लैपटॉप, मोबाइल और एफएमसीजी सेक्टर की वस्तुओं की खपत बढ़ेगी और इन सेक्टरों के कामकाज में तेजी आएगी।
31 को मनाएं रक्षाबंधन
30 अगस्त को सारे दिन भद्रा काल है, जिसमें कोई भी मंगल कार्य निषेध है, इसलिए देश भर के व्यापारी 31 अगस्त को ही रक्षाबंधन का पवित्र त्योहार मनाएंगे। 31 अगस्त को यह त्यौहार मनाना पूर्ण रूप से शास्त्र सम्मत है। व्यापारियों ने 31 अगस्त को ही सरकारी अवकाश घोषित किया जाने की मांग की है।