महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने सोमवार को कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन उन लोगों के लिए करारा जवाब है जो ‘मंदिर वहीं बनाएंगे पर तारीख नहीं बताएंगे’ कहकर भाजपा पर हमला करते थे। विपक्षी कांग्रेस और अन्य दलों के नेता अक्सर भारतीय जनता पार्टी का मजाक उड़ाते हुए दावा करते हैं कि वह मंदिर के मुद्दे का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए कर रही है, बावजूद इसके कि यह कभी बनेगा या नहीं। यहां ‘अटल संस्कृति गौरव पुरस्कार’ कार्यक्रम में बोलते हुए, फड़नवीस ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के निर्माण और जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करके पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सपने को साकार किया है।
कभी अटल जी पर कसा गया था तंज
फड़णवीस ने आगे कहा, ‘एक बार अटलजी पर उनकी सरकार के न्यूनतम साझा कार्यक्रम में राम मंदिर, समान नागरिक संहिता और अनुच्छेद 370 का संदर्भ न होने को लेकर लोकसभा में तंज कसा गया था। उस समय, अटलजी ने कहा था कि वह 22 दलों की गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे थे’। डिप्टी सीएम ने कहा, ‘अटलजी ने कहा था कि जिस दिन उनकी पार्टी बहुमत के साथ सत्ता में आएगी, राम मंदिर बनाया जाएगा और अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया जाएगा। मोदी के सत्ता में आने के बाद यह वास्तविकता बन गई है।’ विपक्ष पर निशाना साधते हुए फड़णवीस ने कहा कि अब कुछ पार्टियां पूछ रही हैं कि क्या राम मंदिर भाजपा की निजी संपत्ति है। उन्होंने आगे कहा, ‘ये वही लोग हैं जो यह कहकर हमारा मजाक उड़ाते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे पर तारीख नहीं बताएंगे। अब मंदिर बन चुका है और मूर्ति प्रतिष्ठा की तारीख की घोषणा की गई है’। फड़नवीस ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि आपमें साहस है तो अयोध्या आएं और हम आपको मंदिर दिखाएंगे।