लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी हार के बाद विपक्षी दल एक बार फिर एक्टिव हो गए हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को राजधानी नई दिल्ली में ‘इंडिया’ खेमे के नेताओं की बैठक हुई। यह विपक्षी गठबंधन की चौथी बैठक थी। इस दौरान ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री उम्मीदवार का नाम प्रस्तावित किया, जिसका समर्थन आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी कर दिया। वह नाम था- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का। सीएम बनर्जी के इस सुझाव पर भाजपा ने प्रतिक्रिया दी। भाजपा का कहना है कि प्रधानमंत्री पद की दौड़ से राहुल गांधी को हटाने के लिए यह ममता बनर्जी की एक चाल है। भाजपा के कद्दावर नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पद के लिए खरगे का नाम प्रस्तावित किया है। उन्हें दलित प्रधानमंत्री उम्मीदवार बताया है। सिंह का दावा है कि यह प्रस्ताव असल में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री की दौड़ से हटाने की एक साजिश है। ममता और केजरीवाल अच्छे से जानते हैं कि राहुल गांधी के होते हुए खरगे प्रधानमंत्री बन नहीं सकते। इसलिए दोनों नेताओं ने कांग्रेस को फंसा दिया। अब राहुल गांधी दौड़ से बाहर हो चुके हैं।
विपक्षी प्रधानमंत्री उम्मीदवार में हमें कोई दिलचस्पी नहीं
वहीं, पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदू अधिकारी ने बताया कि हमें यह जानने की कोई भी इच्छा नहीं है कि विपक्षी खेमे का कौन सा नेता प्रधानमंत्री बनेगा क्योंकि हमारे पास नरेंद्र मोदी जैसा शक्तिशाली नेता है। जनता को भी नरेंद्र मोदी के होते हुए किसी और प्रधानमंत्री उम्मीदवार में दिलचस्पी नहीं है। ममता-केजरीवाल के प्रस्ताव पर खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री पद पर कोई भी फैसला चुनाव के बाद किया जाएगा। हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण जीत है। हम जीत के लिए क्या-क्या कर सकते हैं, इसे लेकर सोचना होगा। क्योंकि पीएम बनने के लिए जीत आवश्यक है। हम एक साथ लड़ेंगे और बहुमत लाने की कोशिश करेंगे। बैठक के बाद सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने कहा ईवीएम मुद्दे पर एक प्रस्ताव पारित हुआ है, जिसे चुनाव आयोग के समझ पेश किया जाएगा। कांग्रेस सांसद ने बैठक को सार्थक बताया। आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि सभी फैसले सबकी सहमति से लिए गए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस द्वारा घोषणा की जाएगी। आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चुनाव प्रचार, सीट बंटवारा और सब कुछ जल्द ही शुरू होगा। जेएमएम सांसद महुआ माजी ने कहा कि मुख्य चर्चा सीट बंटवारे को लेकर हुई।
भाजपा ने साधा निशाना
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गठबंधन की बैठक के खिलाफ प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में क्या हुआ, सबको पता है। कमलनाथ और अखिलेश यादव भिड़ गए। छत्तीसगढ़ में केजरीवाल और कांग्रेस भिड़ गए। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह बैठक सिर्फ एक फोटो सेशन है। इसके अलावा बैठक का कोई मतलब नहीं है। फोटो सेशन में लालू यादव और नीतीश कुमार भी मौजूद नहीं थे, उन्होंने इसका बहिष्कार कर दिया है।
राहुल को पीएम की दौड़ से बाहर करने के लिए ममता-केजरीवाल ने चली चाल, इसलिए खरगे का नाम सुझाया
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