नई दिल्ली
भारत में रूसी कोरोना वायरस वैक्सीन स्पूतनिक V जल्द उपलब्ध हो जाएगी। डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज ने इस वैक्सीन का आयात किया है और स्थानीय स्तर पर भी वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो रहा है। रशियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (RDIF) के ऊपर इस वैक्सीन की मार्केटिंग का जिम्मा है।
दो डोज वाली इस वैक्सीन की भारत में कीमतों का ऐलान भी कर दिया गया है। यह भारत में उपलब्ध होने वाली कोरोना वायरस की तीसरी वैक्सीन होगी। आइए जानते हैं स्पूतनिक वी से जुड़े कुछ अहम सवालों के जवाब।
Sputnik V कितनी सुरक्षित है? कितनी डोज लगेंगी?
‘द लैंसेट’ में छपे स्पूतनिक वी के ट्रायल डेटा के अनुसार, वैक्सीन के मामूली साइड इफेक्ट्स हैं। इस वैक्सीन की एफेकसी 91.6 प्रतिशत और कोविड-19 के गंभीर इन्फेक्शन से पूरी सुरक्षा का दावा है। Sputnik V की दो डोज इंजेक्शन के जरिए 21 दिन के गैप पर लगाई जाती हैं। एक डोज 0.5 ml की होती है।
Sputnik V वैक्सीन की भारत में कीमत क्या होगी?
डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज के अनुसार, इम्पोर्ट की गई वैक्सीन की एक डोज 948 रुपये+5% जीएसटी यानी कुल 995.40 रुपये की पड़ेगी। इसमें इंजेक्शन लगाने का खर्च शामिल नहीं है।
क्या इसके दाम कम होने की कोई उम्मीद है?
RDIF ने डॉ रेड्डीज के अलावा हेटेरो बायोफार्मा, ग्लैंड फार्मा, पनाका बायोटेक, स्टेलिस बायोफार्मा जैसी कई भारतीय कंपनियों संग करार किया है। ये सभी कंपनियां मिलकर 85 करोड़ से ज्यादा डोज तैयार करेंगी। डॉ रेड्डीज ने कहा है कि जब यह वैक्सीन भारतीय वैक्सीन प्लान्ट्स में बनने लगेगी तो कीमत कम हो सकती है।
Sputnik V भारत में कब उपलब्ध होगी?
रूस से डेढ़ लाख डोज की पहली खेप 1 मई को भारत पहुंच चुकी थी। दूसरी खेप शुक्रवार (14 मई) को पहुंचनी है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल के अनुसार, यह वैक्सीन अगले हफ्ते से भारतीय बाजार में उपलब्ध हो सकती है।
वैक्सीन की इतनी कम डोज क्यों उपलब्ध हैं?
Sputnik V बाकी एडेनोवायरस वैक्सीन जैसी नहीं है। इसकी पहली और बूस्टर डोज अलग-अलग वेक्टर्स से बनी हैं। दूसरी डोज के मुकाबले पहली डोज बनाना आसान है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने वैक्सीन बनाने वाली एक रूसी कंपनी के हवाले से लिखा है कि आपको असल में दो अलग-अगल वैक्सीन बनानी पड़ती हैं। उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए ही भारत समेत अन्य देशों की फार्मा कंपनियों से डील की गई है।
यह वैक्सीन किन-किन राज्यों में उपलपब्ध होगी?
डॉ रेड्डीज के अनुसार, वैक्सीन की सॉफ्ट लॉन्चिंग हो गई है। पहली डोज हैदराबाद में 14 मार्च को लगाई गई। कंपनी ने अभी राज्यों को सप्लाई पर कुछ नहीं कहा है। एक बयान में यह जरूर कहा गया कि सरकार और निजी क्षेत्र से उसकी बातचीत चल रही है ताकि वैक्सीन दूर-दराज तक पहुंच सके।
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