टी20 विश्व कप 2021 में भारत के शर्मनाक प्रदर्शन का ठीकरा हार्दिक पांड्या के सिर फोड़ा गया था। हार्दिक ने पाकिस्तान के खिलाफ अहम मैच में गेंदबाजी नहीं की थी और भारत यह मैच हार गया था। अगले मैच में भी हार्दिक गेंद के साथ कोई योगदान नहीं दे पाए थे और लगातार दो हार के बाद टीम इंडिया सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई। लीग स्टेज से बाहर होने के बाद भारतीय टीम की खासी आलोचना हुई और हार्दिक को टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया। चयनकर्ताओं ने कहा कि जब तक हार्दिक अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से फिटनेस नहीं साबित करते हैं, तब तक उन्हें टीम इंडिया में मौका नहीं दिया जाएगा। इसके बाद वेंकटेश अय्यर को लगातार मौके दिए गए और अय्यर ने कुछ मैचों में अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित भी किया। इसके बाद आईपीएल 2022 में मेगा ऑक्शन से पहले मुंबई ने भी हार्दिक पांड्या को रीटेन नहीं किया। हालांकि, गुजरात की टीम ने हार्दिक को अपने साथ जोड़ा और उन्हें कप्तानी की जिम्मेदारी भी दी। हार्दिक ने इस टूर्नामेंट में गेंद और बल्ले के साथ शानदार प्रदर्शन किया और अपनी टीम को चैंपियन बनाया। उन्होंने 487 रन बनाए और आठ विकेट अपने नाम किए। आईपीएल 2022 खत्म होने से पहले ही टीम इंडिया में उनकी वापसी हो चुकी थी। अब हार्दिक ने बताया है कि भारतीय टीम में वापसी करने के लिए उन्हें कितना त्याग और मेहनत करनी पड़ी।
लोगों को गलत साबित करना सुखद
हार्दिक ने एक स्पोर्ट्स चैनल से बातचीत में कहा “भावनात्मक रूप से मैं पूरी तरह ठीक था। मैं अपने लिए खुश था। यह उस जंग के बारे में ज्यादा था, जो मैंने अपने खिलाफ जीती है। निश्चित रूप से आईपीएल जीतना अच्छी बात है और प्लेऑफ में पहुंचना अहम था, क्योंकि लोगों ने हम पर संदेह किया था। कई लोगों ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही हमें बाहर मान लिया था। कई तरह के सवाल उठाए गए। मेरी वापसी से पहले मेरे बारे में कई तरह की चीजें कही गईं। मेरे लिए यह उनको जवाब देने जैसा नहीं था, लेकिन मैंने जो प्रक्रिया अपनाई, उस पर मुझे गर्व है।”
सुबह पांच बजे उठकर प्रैक्टिस करते थे हार्दिक
हार्दिक ने बताया कि वो पांच बजे उठकर ट्रेनिंग करते थे और यह सुनिश्चित करते थे कि शाम चार बजे से ट्रेनिंग से पहले वो भरपूर आराम करें। चार महीनों तक वो रोज रात 9:30 बजे तक सो जाते थे। उन्होंने कई तरह का त्याग किया, लेकिन उनके लिए वह लड़ाई जरूरी थी, जो उन्होंने आईपीएल से पहले लड़ी। एक क्रिकेटर के रूप में उसके नतीजे देखना उनके लिए और सुखद था। भारतीय टीम में वापसी को लेकर उन्होंने कहा कि वो अब बहुत उत्साहित हैं। देश के खेलना हमेशा ही खास रहता है और इतने लंबे समय के बाद वापसी करना और सुखद है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 मैच मे भले ही भारत को हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन हार्दिक ने 12 गेंदों में 31 रन की तूफानी पारी खेली थी और टीम इंडिया का स्कोर 200 के पार पहुंचाया था।
हार्दिक ने बताया कि वो पांच बजे उठकर ट्रेनिंग करते थे और यह सुनिश्चित करते थे कि शाम चार बजे से ट्रेनिंग से पहले वो भरपूर आराम करें। चार महीनों तक वो रोज रात 9:30 बजे तक सो जाते थे। उन्होंने कई तरह का त्याग किया, लेकिन उनके लिए वह लड़ाई जरूरी थी, जो उन्होंने आईपीएल से पहले लड़ी। एक क्रिकेटर के रूप में उसके नतीजे देखना उनके लिए और सुखद था। भारतीय टीम में वापसी को लेकर उन्होंने कहा कि वो अब बहुत उत्साहित हैं। देश के खेलना हमेशा ही खास रहता है और इतने लंबे समय के बाद वापसी करना और सुखद है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 मैच मे भले ही भारत को हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन हार्दिक ने 12 गेंदों में 31 रन की तूफानी पारी खेली थी और टीम इंडिया का स्कोर 200 के पार पहुंचाया था।