पिछले महीने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में रविचंद्रन अश्विन को मौका नही दिया गया था। टीम इंडिया फाइनल हार गई थी। इसके बाद अश्विन को नहीं खिलाने को लेकर जमकर विवाद हुआ। अब वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली पारी में भारत के इस दिग्गज ऑफ स्पिनर ने घातक गेंदबाजी की और टीम मैनेजमेंट को करारा जवाब दिया। उन्होंने 24.3 ओवरों में 60 रन देकर पांच विकेट झटके। इसकी बदौलत विंडीज की टीम 150 रन पर सिमट गई। पहले दिन के खेल के बाद 36 वर्षीय अश्विन ने बताया कि उनके करियर में आए उतार-चढ़ाव और घटनाओं ने कैसे उन्हें आगे बढ़ने में मदद की है। अश्विन ने कहा- जब मैं अपने करियर पर नजर डालता हूं, तो मुझे आश्चर्य होता है कि यह इतनी तेजी से कैसे आगे बढ़ गया। इसे चलते हुए सचमुच 14 साल हो गए हैं और अगर आप आईपीएल को भी शामिल कर लें, तो यह लगभग 15-16 साल का सफर रहा है। यह बस ऐसे ही चलता गया है। अश्विन ने यह भी याद किया कि कैसे भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें व्यक्तिगत उपलब्धियों के बारे में चिंता न करने और एक टीम के तौर पर घटनाओं को याद करने और उन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया था। अश्विन ने कहा- मैं बस इतना ही कहूंगा, जब मैं पहली बार एक कोच के रूप में राहुल द्रविड़ से मिला, तो उन्होंने यह बयान दिया कि ‘यह इस बारे में नहीं है कि आप कितने विकेट लेते हैं, आप कितने रन बनाते हैं। आप उन सभी के बारे में भूल जाएंगे। एक टीम के रूप में आपने जो शानदार यादें बनाई हैं, वे ही आपके साथ रहेंगी। अश्विन ने बुधवार को रिकॉर्ड 33वां फाइव विकेट हॉल हासिल किया।
अश्विन ने कहा- मैं अब इसे ही फॉलो कर रहा हूं। मुझे नहीं पता कि उन्होंने मेरा ब्रेनवॉश किया है या नहीं। मैं निश्चित रूप से सोचता हूं कि यह यात्रा इतनी तेजी से आगे बढ़ी है कि मैं यह भी याद नहीं कर पा रहा हूं कि पीछे मेरे साथ क्या हुआ है। यह किस तरह से गुजरा है। मुझे बहुत प्यार मिला है और मैं इस यात्रा के लिए और खेल ने मुझे जो दिया है उसके लिए बहुत आभारी हूं।