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विदेशी नौकरी छोड़ फिल्मों में रखा कदम, निर्देशक ही नहीं बेहतरीन एक्टर भी हैं शेखर कपूर

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बॉलीवुड के शानदार निर्देशक की लिस्ट में शेखर कपूर का नाम जरूर शामिल किया जाता है। वह हर साल 6 दिसंबर को अपना जन्मदिन मनाते हैं। बतौर निर्देशक शेखर ने अपने करियर में बहुत सी यादगार फिल्में बनाई हैं जिनके बारे में आज भी चर्चा होती है। उनके बर्थडे पर आइए जानते हैं उनसे जुड़ी खास बातें… शेखर कपूर का जन्म 1945 में लाहौर में हुआ था। फिल्मी दुनिया में उनको लाने का श्रेय देव आनंद को जाता है। दरअसल, शेखर लंदन में चार्टेड अकाउंटेंट का काम कर रहे थे लेकिन देव आनंद के कहने पर उन्होंने बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा। हालांकि शुरुआत उन्होंने एक्टर के तौर पर की थी। उनकी पहली फिल्म ‘जान हाजिर है’ थी, जो साल 1975 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म के बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
शेखर कपूर

बड़े पर्दे के अलावा टीवी पर भी शेखर को काफी लोकप्रियता हासिल हुई। मशहूर धारावाहिक उड़ान की वजह से वह घर-घर में फेमस हो गए। फिल्मों के निर्देशन की शुरुआत उन्होंने साल 1983 में ‘मासूम’ से की। इस फिल्म में लीड एक्टर के तौर पर नसीरुद्दीन शाह ने काम किया था। इसके बाद साल 1987 उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ, जब उन्होंने ‘मिस्टर इंडिया’ बनाई। रिलीज के बाद इस फिल्म ने इतिहास रच दिया और बॉक्स ऑफिस पर  जमकर कमाई की। इस फिल्म के सात साल बाद उन्होंने ‘बैंडिट क्वीन’ बनाई जिसकी वजह से वह सुर्खियों में आ गए। इसके बाद के वर्षों में शेखर ने ‘एलिजाबेथ’, ‘द फोर फेदर्स’, ‘एलिजाबेथ द गोल्डन एज’ और ‘व्हॉट्स लव गॉट टू डू विद इट’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया। बता दें कि शेखर कई साल से अपने ड्रीम प्रोजेक्ट पानी पर काम कर रहे थे, जिसमें वह सुशांत सिंह राजपूत को बतौर लीड एक्टर कास्ट  करना चाहते थे। हालांकि यह फिल्म कभी बन न सकी।

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