डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के तीसरे दिन की शुरुआत वैदिक प्रार्थनाओं से हुई। एक हिंदू पुजारी राकेश भट्ट ने मंच पर मंत्रोच्चार किया और साथ ही उनका अर्थ भी समझाया। तीसरे दिन भारतीय मूल के अमेरिकी सीईओ मिनी तिम्माराजू ने भी मतदाताओं से कमला हैरिस को अगला राष्ट्रपति चुनने की अपील की। तिम्माराजू ने चेताया कि डोनाल्ड ट्रंप के शासन में महिलाओं के अधिकार खतरे में पड़ सकते हैं।
बिल क्लिंटन ने भी किया संबोधित
डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के तीसरे दिन पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने भी संबोधन दिया। अपने संबोधन में क्लिंटन ने कमला हैरिस की जमकर तारीफ की। बिल क्लिंटन ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ने के मुश्किल फैसले के लिए जो बाइडन को भी सराहा। ट्रंप पर निशाना साधते हुए क्लिंटन ने कहा कि ‘डोनाल्ड ट्रंप सिर्फ मैं, मैं करते हैं। अगली बार जब आप उन्हें सुनें तो इस पर ध्यान दें कि वह कितनी बार अपना जिक्र करते हैं। क्लिंटन ने कहा कि अगली बार आप उनके झूठ सनने के बजाय इस पर ध्यान दीजिएगा कि वह कितनी बार अपना जिक्र करते हैं।’ पूर्व राष्ट्रपति ने कहा 2024 में हम इस बात को लेकर साफ हैं कि कमला हैरिस लोगों के बारे में सोचती हैं और ट्रंप सिर्फ अपने बारे में। कमला हैरिस लोगों की समस्या सुलझाने के लिए काम करती हैं और वे लोग (ट्रंप) सिर्फ अपने सपनों को पूरा करने में लगे हैं। डोनाल्ड ट्रंप बदले और साजिशों की राजनीति करते हैं। बिल क्लिंटन ने कमला हैरिस को प्रेसिडेंट ऑफ जॉय (आनंद की अध्यक्ष) बताया। बिल क्लिंटन ने कहा कि ‘ट्रम्प सिर्फ विभाजन, दोषारोपण और अपमान कर रहे हैं। वह अराजकता पैदा करते हैं और उसे बढ़ावा देते हैं। यह दिखावा है, लेकिन यह नेतृत्व नहीं है। दूसरी ओर, उन्होंने कहा कि हैरिस इस दौड़ में एकमात्र उम्मीदवार हैं जिनके पास दूरदृष्टि, अनुभव, स्वभाव और इच्छाशक्ति है।’ अमेरिकी सदन के अल्पसंख्यक नेता हकीम जेफ्रीज ने आरोप लगाया कि ट्रंप रिपब्लिकन टैक्स घोटाले के मास्टरमाइंड थे, जिसमें 83 प्रतिशत लाभ अमेरिका के सबसे धनी लोगों को मिला, जो कुल जनसंख्या के एक फीसदी हैं। ट्रंप ने कोविड-19 महामारी के दौरान हमारे देश को नुकसान पहुंचाया। ट्रंप अराजकता के एजेंट हैं, जो अमेरिकी लोगों पर नहीं, बल्कि खुद पर ध्यान केंद्रित करते हैं। ट्रंप ने चुनाव के बारे में झूठ बोलकर और कैपिटल पर हमला करने के लिए हिंसक भीड़ को उकसाकर हमारे लोकतंत्र को नष्ट करने की कोशिश की।’ वरिष्ठ डेमोक्रेट नेता नैंसी पेलोंसी ने कहा कि 6 जनवरी की घटना हमारे लोकतंत्र का काला दिन थी। उससे पहले किसी राष्ट्रपति ने लोकतंत्र पर हमला नहीं किया था। हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि 6 जनवरी को लोकतंत्र पर हमला किया गया और हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि लोकतंत्र को किसने बचाया।
ओप्रा विनफ्रे ने कमला हैरिस की तारीफ की