महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच बीड जिले के एक शख्स ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पत्र लिखकर राज्य का कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है। शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार वर्तमान में मंत्री एकनाथ शिंदे के विद्रोह के कारण अस्तित्व के संकट का सामना कर रही है। एकनाथ शिंदे 37 शिवसेना विधायकों और 10 निर्दलीय विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। केज तहसील के दहीफल (वडमौली) निवासी श्रीकांत गदाले ने राज्यपाल को लिखा पत्र जिला कलेक्टर कार्यालय में जमा कर दिया है। गदाले ने अपने पत्र में दावा किया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आम लोगों की समस्याओं की उपेक्षा की है और राज्य में किसानों की मदद नहीं की जा रही है। अपने पत्र में उन्होंने आगे लिखा, “मैं 10-12 साल से राजनीति और सामाजिक जीवन में रहा हूं और मैंने किसानों और गरीब लोगों की समस्याओं के लिए काम किया है। पर्यावरणीय आपदाओं के कारण राज्य को नुकसान हो रहा है। उम्मीद थी कि सरकार तत्काल राहत देगी लेकिन मदद नहीं दी गई थी। गदाले ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करने और उन्हें एक मौका देने का आग्रह किया है। उन्होंने आगे कहा कि वह रोजगार, किसानों, खेतिहर मजदूरों और गन्ना काटने वालों की समस्याओं का समाधान करेंगे। महाराष्ट्र में शिंदे गुट लगातार मजबूत होता जा रहा वहीं दूसरी तरफ विधायक एक-एक करके उद्धव ठाकरे से अलग होते दिख रहे हैं। अब शिवसेना की ओर से 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग उठाते हुए डिप्टी स्पीकर को पत्र भेजा गया है। इस बीच अजीत पवार ने बताया कि कल हमने राजनीतिक संकट पर एनसीपी के स्टैंड पर बात की। आज मैंने शरद पवार से मुलाकात की। अब शाम साढ़े छह बजे हम उद्धव ठाकरे से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा स्टैंड क्लियर है। हम सीएम ठाकरे के साथ हैं। अजीत पवार का कहना है कि भले ही विद्रोही कह रहे हों कि उनके पास संख्या है लेकिन वह शिवसेना के साथ हैं। बहुमत अभी महा विकास अघाड़ी के पास है।
शख्स ने राज्यपाल को लिखा पत्र, खुद को ‘कार्यवाहक मुख्यमंत्री’ बनाने की मांग की
116