मुंबई/लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल शुरू हो गई है। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (swami prasad maurya) ने पहले इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सपा जॉइन कर ली है। इसके बाद तीन विधायकों के इस्तीफे की सूचना आ रही है। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (nationalist congress party) के प्रमुख शरद पवार (sharad pawar) ने कहा है कि 13 और विधायक समाजवादी पार्टी (samajwadi party) जॉइन करने वाले हैं।
शरद पवार ने कहा कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री स्वामा प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी का दामन थामा है। आने वाले दिनों में और भी नेता समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे। यह परिवर्तन की बयार है, लोगों को बीजेपी पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि 13 विधायक समाजवादी पार्टी जॉइन करने वाले हैं।
बता दें कि मंगलवार को कैबिनेट मंत्री स्वामी मौर्य के इस्तीफे के बाद बांदा के तिंदवारी विधानसभा सीट से विधायक ब्रजेश प्रजापति ने त्यागपत्र दे दिया है। इनके अलावा शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधायक रोशनलाल वर्मा और कानपुर के बिल्हौर के विधायक भगवती प्रसाद सागर ने इस्तीफा दिया है।
स्वामी प्रसाद को मनाने की कोशिश
बीजेपी को पता है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बड़ा वोट बैंक खिसक जाएगा। पिछले चुनाव में भी बीजेपी को पिछड़ा वर्ग से साथ मिला था। ऐसे में बीजेपी ने यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को इस स्थिति को संभालने का काम सौंपा है। डिप्टी सीएम ने एक द्वीट भी किया है, ‘आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है, मैं नहीं जानता हूँ, उनसे अपील है कि बैठकर बात करें। जल्दबाजी में लिए हुए फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं।