भिवंडी । भिवंडी शहर पावर लूम मजदूरों का शहर माना जाता है। जैसा कि हमारा देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है वहीं कई मजदूरों ने भूकमरी की वजह से पलायन कर ना सुरु कर दिया है। महाराष्ट्र की राज्य सरकार ने कुछ ठोस कदम उठाया हैं मजदूरों को अपने गांव भेज ने के लिए पर साधन कम है और मजदूरों की संख्या बहुत ज्यादा जिसके कारण सरकार की योजनाओं का लाभ मजदूरों को नहीं मिल पा रहा और मजदूर पैदल ही पलायन करने पर मजबूर है। जिसे देखते हुए कई निजी संस्थाओं ने मजदूरों के यात्रियों के खाने पीने का इंतजाम किया है और उनकी जो भी मदद हो पा रही है वह करने के लिए समाजिक संस्था व समाज सेवक तैयार है और कर रहे हैं। मजदूरों के पास खाने-पीने तक के पैसे नहीं है इसे देखते हुए भिवंडी के एक समाज सेवक नूर अंसारी ने भिवंडी शहर तैयब मस्जिद स्थित सोमवार की शाम एक स्टॉल लगाकर प्रवासी मजदूरों को मुफ्त में दवाइयां बांटने का काम किया। नूर अंसारी ने हमें बताया कि मजदूरों की इस हालत को देखते हुए हमने अपनी तरफ से मुफ्त में मजदूरों को साधारण बुखार हांसी सर्दी की दवाइयां मुंह भैया कराने का काम किया है। इस कार्य में नूर अंसारी के कुछ सहयोगी शामिल थे जिनकी सहायता से अंसारी ने मजदूरों की मदद की और उन्हें दवाइयां भी मुफ्त में दी गई।
समाजसेवक नूर अंसारी की ओर से मुफ्त में बांटा गया गांव जा रहे मजदूरों को दवाइयां
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