भारत समुद्री मार्ग से केले, आम, अनार और कटहल जैसे विभिन्न फलों व सब्जियों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रोटोकॉल तैयार कर रहा है। फिलहाल, इनमें से अधिकांश का निर्यात कम मात्रा और अलग-अलग पकने की अवधि के कारण हवाई मार्ग से हो रहा है। वाणिज्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल ने मंगलवार को कहा, प्रोटोकॉल में यात्रा समय व वैज्ञानिक रूप से इन वस्तुओं के पकने को समझना, एक विशेष समय पर कटाई करना और किसानों को प्रशिक्षण देना शामिल है। ये प्रोटोकॉल अलग-अलग फलों व सब्जियों के लिए अलग-अलग होंगे। अग्रवाल ने कहा, समुद्री मार्ग से निर्यात के दो फायदे (मात्रा-लागत) हैं। इससे फलों-सब्जियों का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी क्योंकि हवाई माल परिवहन से निर्यात का इन वस्तुओं की कीमत प्रतिस्पर्धा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अब तक हम इन खराब होने वाले उत्पादों के निर्यात के लिए हवाई मार्गों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
समुद्री मार्ग से फल-सब्जियों का निर्यात बढ़ाने पर सरकार का जोर, केंद्र बना रहा खास योजना
68