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सावित्रीबाई फुले पर अपमानजनक लेख को लेकर एनसीपी नाराज, मुंबई पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर दिया धरना

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महाराष्ट्र में समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले पर अपमानजनक लेखों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इससे नाराज एनसीपी का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को मुंबई के पुलिस कमिश्नर से मिला, इससे पहले उन्होंने लेखों के लिए दो वेबसाइटों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मुंबई पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया। एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजीत पवार, जयंत पाटिल, सुनील तटकरे और छगन भुजबल और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। मुंबई पुलिस आयुक्त को पवार, पाटिल और भुजबल द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र में दावा किया गया है कि इंडिक टेल्स और हिंदू पोस्ट वेबसाइटों ने फुले के खिलाफ आपत्तिजनक लेख पोस्ट किए हैं, जिन्हें महिला शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी माना जाता है। पत्र में आरोप लगाया गया है कि यह कृत्य लोगों को भड़काने के उद्देश्य से किया गया है। पत्र में कहा गया है कि छत्रपति शिवाजी महाराज और शाहू-फुले-अंबेडकर के महाराष्ट्र में सावित्रीबाई फुले का अपमान करना अपराध है और हम इसका कड़ा विरोध करते हैं। सोमवार को भुजबल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर एक वेबसाइट और फुले पर कथित तौर पर आपत्तिजनक लेख लिखने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा इतिहास को पुनर्व्यवस्थित करने के नाम पर वेब पोर्टल इतिहास को नष्ट कर रहा है। इस असामाजिक प्रवृत्ति को कुचलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और वेबसाइट पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।

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