डीएमके के अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने जीएसटी को गरीबों का ‘शोषक’ करार सवाल किया है कि क्या ‘सेल्फी लेना’ भी अब कराधान के दायरे में आएगा। स्टालिन ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में आश्चर्य जताते हुए कहा कि होटल से लेकर दोपहिया वाहन की मरम्मत तक हर चीज पर जीएसटी अधिनियम के तहत कर लगाया जाता है। रेस्टोरेंट में खाने के बिल में जीएसटी का हिस्सा देखने के बाद मिडिल क्लास के परिवारों को इस गब्बर सिंह टैक्स पर रोना पड़ता है। उन्होंने सवाल किया, “आगे क्या सेल्फी लेने पर भी जीएसटी लागू होगा? क्या भाजपा (शासन) गरीबों के लिए दया नहीं दिखा सकती जिसने कॉरपोरेट्स के 1.45 लाख करोड़ रुपये का टैक्स माफ कर दिया?” जीएसटी के तहत संग्रह का लगभग 64 प्रतिशत आम लोगों से आता है; इनमें से 33 प्रतिशत मध्यम वर्ग से हैं और इसमें केवल तीन प्रतिशत की भागीदारी बहुत ज्यादा समृद्ध लोगों की है। उन्होंने लोगों से अपील की कि गरीबों के इस ”शोषण” को रोकने के लिए इस बार इंडिया गठबंधन को वोट करें।
सीएम स्टालिन ने जीएसटी की वसूली को बताया गरीबों का शोषण, पूछा- क्या सेल्फी लेने पर भी टैक्स लगेगा
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