मुंबई
महाराष्ट्र सरकार ने अब 18 साल तक के किशोरों को भी लोकल में यात्रा की मंजूरी दी है। रेलवे को उम्मीद है कि इसी महीने यात्रियों का आंकड़ा 50 लाख प्रतिदिन के पार हो जाएगा। राज्य सरकार ने इस बार मजबूरी के कारण वैक्सीन नहीं ले सके यात्रियों पर ध्यान दिया है। इनमें सबसे पहले किशोर और उन बच्चों की श्रेणी शामिल है, जिनके स्कूल कॉलेज शुरू हुए हैं या होने वाले हैं। इन्हें आयु प्रमाण-पत्र देखने के बाद सीजन टिकट दिया जा रहा है। इसके अलावा ऐसे लोग जिन्हें मेडिकल कारणों से टीका नहीं लग सकता, उन्हें डॉक्टरों द्वारा जारी प्रमाण-पत्र देखकर सीजन टिकट दिए जा रहे हैं।
रेलवे ने स्पष्ट किया है कि नए यात्रियों की श्रेणी जरूर बढ़ी है, लेकिन अतिआवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के अलावा किसी को भी सिंगल टिकट नहीं दिया जाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा स्पष्ट निर्देश हैं कि टीकाकरण हों या नई श्रेणी के यात्री, इन्हें केवल सीजन टिकट दिए जाएंगे। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा कि यात्री संख्या में वृद्धि के साथ ही कोरोना के मामलों पर भी नजर रखनी है, यदि सिंगल टिकट शुरू कर दिए जाएंगे, तो नियंत्रण खत्म हो जाएंगे।
दस लाख रजिस्टर्ड यात्री
11 सितंबर तक दो डोज ले चुके करीब साढ़े सात लाख लोगों ने सीजन टिकट निकाला था, लेकिन पिछले एक सप्ताह में पंजीकृत यात्रियों द्वारा सीजन टिकट खरीदने की संख्या में इजाफा हुआ है। रेलवे के अनुसार पिछले दस दिनों में करीब दो से ढाई लाख रजिस्टर्ड लोगों ने सीजन टिकट खरीदे हैं। दस दिन पहले पश्चिम और मध्य रेलवे को मिलाकर करीब 24 हजार सीजन टिकट रोजाना निकाले जा रहे थे, लेकिन गणेशोत्सव के दौरान अचानक सीजन टिकट निकालने वालों की संख्या दोगुनी हुई। ये टिकट वे लोग निकाल रहे हैं, जिन्होंने ने वैक्सीन के दो डोज लेने के बाद 14 दिन की अवधि पूरी कर ली।
अतिआवश्यक सेवाओं से ज्यादा सामान्य यात्री
11 अगस्त से 14 अक्टूबर तक करीब 13 लाख पंजीकृत लोगों ने सीजन टिकट निकाला है। 11 अगस्त से पहले अतिआवश्यक सेवाओं से जुड़े यात्री ज्यादा थे, अब कुल यात्रियों की संख्या 45 लाख के करीब हो चुकी है। पिछले महीने गणेशोत्सव के दौरान दस दिनों में ही पश्चिम रेलवे पर पंजीकृत यात्रियों ने करीब एक लाख सीजन टिकट खरीदे, जबकि इस दौरान मध्य रेलवे पर करीब ढाई लाख यात्रियों ने सीजन टिकट लिए। सीजन टिकटों की बिक्री बढ़ने के साथ ही रेलवे का अनुमान है कि कुछ दिनों में इसका असर यात्री संख्या में वृद्धि के तौर पर दिखेगा।
इस महीने से और बढ़ेंगे यात्री
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि 18 से 44 साल वालों को मुंबई में वैक्सीन देने की शुरुआत 21 जून से हुई थी। इस श्रेणी के लोगों के 84 दिन 15 सितंबर के आसपास पूरे हो चुके हैं, इसके आगे 14 दिन और जोड़ दिए जाए, तो अक्टूबर से भीड़ बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। इसके अलावा कई लोगों में को-वैक्सिन लेने वालों की संख्या भी बढ़ी है, जिसका दूसरा डोज 28 दिन बाद ही लग जाता है। इसके बाद 14 दिन की अवधि पूरी करनी होती है। इन बातों को यदि ध्यान में रखें तो इस सप्ताह से रेलवे में और यात्री बढ़ने के आसार हैं। मुंबई की ट्रेनों में यात्रा करने वालों में 18-44 आयु वर्ग के लोगों की श्रेणी सबसे ज्यादा है।