गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के लिए राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा की पहली सूची आते ही सियासत गर्मा गई है। पार्टी ने आज जारी प्रत्याशियों की पहली सूची में पाटीदार आरक्षण आंदोलन से उभरे युवा नेता हार्दिक पटेल को वीरमगाम सीट से उतारा है। इस सीट से भाजपा पिछले 10 सालों से हार रही है। हार्दिक पटेल को इसे जीतकर दिखाना है। इससे उनका भावी सियासी कद भी तय होगा। भाजपा ने पहली सूची में क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा और हार्दिक पटेल समेत कई खास नामों को शामिल किया है। हार्दिक पटेल ने जून में भाजपा में शामिल होते वक्त खुद को ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का छोटा सैनिक’ बताया था। भाजपा ने पीएम के इसी छोटे सैनिक पर वीरमगाम जैसी अहम सीट जीतने की जिम्मेदारी डाली है। वीरमगाम सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने डॉ. तेजश्रीबेन दिलीपकुमार पटेल को मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें कांग्रेस के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। वे लाखाभाई भीखाभाई से करीब छह हजार वोटों से हार गई थीं। इसके पूर्व 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रागजीभाई नारानभाई पटेल को टिकट दिया था, लेकिन वे तेजश्री बेन दिलीपकुमार से हार गए थे। हालांकि, 2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कामभाई गागजीभाई राठौड़ वीरमगाम से जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के कोली पटेल जगदीशभाई सोमभाई को हराया था। वीरमगाम अहमदाबाद जिले में आता है और यह पटेलों का गढ़ है। 2012 से यहां कांग्रेस का कब्जा है। इसलिए भाजपा ने यहां से हार्दिक पटेल को टिकट दिया है। पिछले गुजरात चुनाव में भाजपा को पाटीदार आरक्षण आंदोलन की वजह से भारी नुकसान झेलना पड़ा था। भाजपा ने इस बार पटेल वोटों को साधने का पूरा ध्यान रखा है। गुजरात की राजनीति में पटेलों का वर्चस्व है और इसके दम पर भाजपा राज्य में छठी बार विजय हासिल करना चाहती है। राज्य में पिछले 22 सालों से भाजपा का परचम लहरा रहा है।
हार्दिक पटेल पर बड़ी जिम्मेदारी, 10 साल से जहां से हार रही भाजपा उसे जीत कर दिखाएं
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