मणिपुर में तनाव की स्थिति है। ऐसे में राज्य की मदद करने के लिए मध्य रेलवे ने महाराष्ट्र के नासिक जिले के नासिक जिले के मनमाड से रेलगाड़ी के छह डिब्बों में प्याज से भरकर मणिपुर भेजा है। सीआर के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि मणिपुर में मौजूदा हालातों को देखते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) ने रविवार को मदद करने का फैसला लिया। उन्होंने हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्वी राज्य में आवश्यक वस्तुओं से भरी पहली मालगाड़ी भेजी। मालगाड़ी सोमवार को गुवाहाटी से मणिपुर के तमेंगलोंग जिले के खोंगसांग रेलवे स्टेशन पहुंची। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शिवराज मानसपुरे ने कहा कि रविवार को असम में गुवाहाटी के पास स्थित चांगसारी स्टेशन भेजने के लिए नासिक के मनमाड स्टेशन के पास अंकाई गुड्स शेड में 22 डिब्बों में प्याज भरा गया था। इनमें से छह डिब्बों को मणिपुर के खोंगसांग स्टेशन के लिए भेजा गया था। अधिकारी ने कहा कि एक स्थानीय व्यापारी ने अंकाई से खोंगसांग तक डिब्बे बुक किए थे। प्याज से लदी ट्रेन अंकाई गुड्स शेड से कुल 2,801 किलोमीटर की दूरी तय करके सोमवार शाम को खोंगसांग पहुंची। वहीं, रेलवे के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि 22 डिब्बों के चांगसारी स्टेशन पहुंचने के बाद, नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे ने प्याज से भरे छह डिब्बों को अलग कर दिया था और उन्हें एक अन्य मालगाड़ी से जोड़ दिया, जो आलू, चीनी और अन्य तेजी से चलने वाले उपभोक्ता सामान (एफएमसीजी) जैसी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं को मणिपुर ले जा रही थी। गौरतलब है, मणिपुर में 3 मई को भड़की जातीय हिंसा में अब तक करीब 160 लोगों की जान जा चुकी है और कई हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दरअसल, मणिपुर का मेइती समुदाय उन्हें अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग कर रहा है। इसके खिलाफ तीन मई को राज्य के पर्वतीय जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च निकाला गया, जिसके बाद राज्य में हिंसा शुरू हो गई।
हिंसा के बीच मणिपुर में प्याज की भी कमी, महाराष्ट्र से ट्रेन में भरकर भेजे गए
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