अर्न्स्ट एंड यंग (EY) की कर्मचारी अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की कथित तौर पर “अधिक काम” के कारण हुई मौत के कुछ दिनों बाद, भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर फिर से सामने आया है, जिसमें वे विषाक्त कार्य संस्कृतियों के बारे में बात कर रहे हैं। वीडियो में, शार्क टैंक इंडिया के पूर्व जज ने एक करोड़ रुपये पैकेज मिलने के बावजूद एक दिन के भीतर EY छोड़ने के अपने फैसले के बारे में बताया था। क्लिप में अशनीर ग्रोवर यह बताते दिखते हैं कि कैसे उन्होंने एक दिन में ही ईवाई की नौकरी छोड़ दी। ग्रोवर ने कहा, “मैं कार्यालय में गया, चारों ओर देखा और बाहर निकलने के लिए सीने में दर्द होने का नाटक किया।” उन्होंने कार्यालय के माहौल को बेजान बताते हुए अपने फैसले को उचित ठहराया। उन्होंने वहां के कर्मचारियों के “मृत” और “लाश” जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। हालांकि, उन्होंने एक विवादास्पद विचार भी सामने रखा कि सबसे अच्छे दफ्तर वे होते हैं जिन्हें “विषाक्त” माना जाता है क्योंकि उनके अनुसार, यहीं पर काम होता है। अशनीर ग्रोवर ने कहा, “अगर कोई कह रहा है कि किसी दफ्तर में विषाक्त संस्कृति है, तो वह सबसे अच्छा है।” वीडियो को अरबपति उद्योगपति हर्ष गोयनका ने शेयर करते हुए अशनीर ग्रोवर की आलोचना की थी और कहा था कि वह “विषाक्त कार्य वातावरण” को बढ़ावा दे रहे हैं। गोयनका ने एक्स पर लिखा, “किसी को भी विषाक्त वातावरण की वकालत करते देखना हैरान करने वाला है,” उन्होंने हैशटैग #AnnaPerayil भी जोड़ा। 26 वर्षीय चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन, जो चार महीने पहले EY के पुणे कार्यालय से जुड़ी थीं की जुलाई में मृत्यु हो गई। कथित तौर पर उनकी मौत अत्यधिक काम के दबाव को झेलने कारण हुई। अन्ना की मां ने एक पत्र में दावा किया कि उनकी बेटी की मृत्यु “अधिक काम” के कारण हुई और कंपनी पर कर्मचारियों की भलाई की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। शोकाकुल मां ने यह भी कहा कि EY से कोई भी अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ और उन्होंने कंपनी से भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए अपनी कार्य संस्कृति का पुनर्मूल्यांकन करने का आग्रह किया। उन्होंने लिखा, “मुझे उम्मीद है कि मेरा पत्र वास्तविक बदलाव लाएगा ताकि किसी अन्य परिवार को वह दुख न सहना पड़े जो हमें सहना पड़ा।” एक बयान में, EY इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी ने 26 वर्षीय अन्ना की मौत पर बात की और वादा किया कि जब तक कंपनी एक सही मायने में सामंजस्यपूर्ण कार्यस्थल नहीं बना लेती, तब तक वे “आराम नहीं करेंगे”। उन्होंने लिंक्डइन पर लिखा, “मैं एक सामंजस्यपूर्ण कार्यस्थल को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं, और जब तक यह उद्देश्य पूरा नहीं हो जाता, मैं आराम नहीं करूंगा।” उन्होंने इस बात पर भी खेद व्यक्त किया कि EY से कोई भी अन्ना के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ, उन्होंने इसे “कंपनी की संस्कृति के पूरी तरह से खिलाफ” बताया।
‘₹1 करोड़ वेतन के बावजूद एक दिन में ही छोड़ी ईवाई की नौकरी’, अशनीर के वीडियो पर हर्ष गोयनका ये बोले
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