टी20 विश्व कप में भारत का तीसरा मैच दक्षिण अफ्रीका के साथ है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के सामने 134 रन का लक्ष्य रखा है। इस मैच में भारत ने अपने शुरुआती पांच विकेट 49 रन के स्कोर पर गंवा दिए। पर्थ की उछाल भरी पिच भारत के लिए मुश्किल मानी जा रही थी और मैच में हुआ भी ऐसा ही। कप्तान रोहित से लेकर विराट कोहली और लोकेश राहुल तक सभी बल्लेबाज अफ्रीकी तेज गेंदबाजों के सामने फ्लॉप रहे। अकेले लुंगी एनगिडी ने ही भारत के चार अहम बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। हालांकि, सूर्यकुमार यादव ने 40 गेंद पर 68 रन बनाकर भारत को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचा दिया।
ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों के साथ सामंजस्य बैठाने के लिए टीम इंडिया टी20 विश्व कप की शुरुआत से 17 दिन पहले ऑस्ट्रेलिया पहुंच गई थी। भारत ने पर्थ में ही अभ्यास किया ताकि ऑस्ट्रेलियाई हालातों के हिसाब से खिलाड़ी खुद को ढाल सकें। यहां की तेज और उछाल भरी पिचों में भारतीय खिलाड़ियों ने जमकर अभ्यास किया। वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो अभ्यास मैच भी हुए और इनमें भारतीय बल्लेबाजों ने अच्छा खेल दिखाया, लेकिन जब असली परीक्षा हुई तो सब के सब फ्लॉप हो गए। लोकेश राहुल नौ, रोहित शर्मा 15, विराट कोहली 12, हार्दिक पांड्या दो रन बनाकर आउट हुए। दीपक हुड्डा तो अपना खाता तक नहीं खोल सके। इस मैच में रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन जब भारत की सलामी जोड़ी बल्लेबाजी के लिए उतरी तो खिलाड़ी डरे हुए थे। पार्नेल के पहले ओवर में राहुल ने रन बनाने की कोशिश ही नहीं की। ऐसा लग रहा था कि पर्थ की पिच को देखकर भारतीय बल्लेबाज डरे हुए हैं। भारत का पहला रन 10वीं गेंद पर बना, जब कप्तान रोहित ने छक्का लगाया। यहीं से दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज हावी हो गए और भारत बैकफुट पर चला गया। इस मैच में भारत की आधी टीम 51 गेंद में 49 रन बनाकर पवेलियन लौट गई। भारत के शुरुआती पांच में चार बल्लेबाज लुंगी एनगिडी का शिकार बने। इनगिडी इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के लिए नहीं खेल रहे थे। भारत ने रबाडा और नोर्त्जे के लिए खास तैयारी की थी, लेकिन एनगिडी भारत के सिलेबस से बाहर निकले और टीम इन्हीं के सामने फेल हो गई। लोकेश राहुल, रोहित शर्मा, विराट कोहली और हार्दिक पांड्या एनगिडी का शिकार बने।
जल्दीबाजी में दिखे भारतीय बल्लेबाज
इस मैच में भारत के किसी बल्लेबाज ने क्रीज पर रुककर पारी संभालने की कोशिश नहीं की। एक-एक कर भारत के विकेट गिरते रहे और भारतीय बल्लेबाज बड़े शॉट खेलते रहे। भारत के शुरुआती चार बल्लेबाजों में सिर्फ विराट कोहली ऐसे थे, जिन्होंने कोई छक्का नहीं लगाया। वह भी छक्का लगाने के प्रयास में ही आउट हुए। अगर भारत के टॉप ऑर्डर में कोई बल्लेबाज टिककर खेलने की कोशिश करता तो भारत बड़ा स्कोर बना सकता था। इस मैच में भारतीय टीम 49 रन पर पांच विकेट गंवाने के बाद संघर्ष कर रही थी, लेकिन सूर्यकुमार यादव ने भारतीय पारी को संभाला। उन्होंने 40 गेंदों पर 68 रन बनाए। एक छोर पर विकेट गिरते रहे, लेकिन सूर्यकुमार यादव ने एक छोर पर तेजी से रन बनाना जारी रखा। उन्होंने अपनी पारी में छह चौके और तीन छक्के लगाए। जब सूर्यकुमार बल्लेबाजी के लिए आए थे, तब भारत का स्कोर 26 रन था, लेकिन जब वह आउट हुए तब टीम इंडिया का स्कोर 127 रन हो चुका था। उन्होंने छठे विकेट के लिए दिनेश कार्तिक के साथ 52 रन की साझेदारी की, लेकिन इसमे कार्तिक का योगदान सिर्फ छह रन था। लुंगी एनगिडी इस मैच से पहले बेंच पर बैठे हुए थे, लेकिन बावुमा ने पिच को देखते हुए एनगिडी को शम्सी की जगह टीम में शामिल किया। उनका यही दांव सुपरहिट रहा। एनगिडी ने चार ओवर में 29 रन देकर चार विकेट लिए। उन्होंने भारत के शीर्ष क्रम को झकझोर कर रख दिया। इसी वजह से भारतीय टीम इस मैच में 150 का आंकड़ा भी नहीं छू पाई। वहीं, रोहित शर्मा ने अक्षर पटेल की जगह दीपक हुड्डा को टीम में शामिल किया, ताकि भारत की बल्लेबाजी मजबूत हो सके। हालांकि, ऐसा हुआ नहीं और हुड्डा खाता खोले बिना पवेलियन लौट गए।