मशहूर अभिनेता कमल हासन ने सोमवार को ‘उलगनायगन’ (सार्वभौमिक नायक) जैसी उपाधियों को छोड़ने की घोषणा की। उन्होंने सोमवार को कहा कि सिनेमा किसी भी व्यक्ति से बड़ा है और वह हमेशा से यहां सीखते रहे हैं। इसीलिए वह ‘उलगनायगन’ जैसी उपाधियों को छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब उन्हें उनके नाम से या केवल ‘केएच’ से संबोधित किया जा सकता है। मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें हमेशा से ही इस तरह की उपाधियों से सम्मानित किए जाने पर गहरी कृतज्ञता महसूस होती रही है। अभिनेता ने एक बयान में कहा कि लोगों की ओर दी गई और सम्मानित सहयोगियों-प्रशंसकों की ओर से दी गई ऐसी उपाधियां हमेशा विनम्र करने वाली रही हैं। मुझे आपके प्यार से वास्तव में बहुत खुशी हुई है। अभिनेता ने कहा कि कलाकारों को कला से ऊपर नहीं रखा जाना चाहिए। मैं हमेशा अपनी खामियों और सुधार के अपने कर्तव्य के प्रति जागरूक रहना पसंद करता हूं। इसलिए काफी सोच-विचार के बाद मैं सम्मानपूर्वक ऐसे सभी शीर्षकों या उपसर्गों को छोड़ने के लिए बाध्य महसूस करता हूं।
‘कमल हासन या कमल या केएच बुलाएं’
उन्होंने अपने प्रशंसकों, फिल्म बिरादरी के सदस्यों, मीडिया, पार्टी कार्यकर्ताओं और साथियों से अनुरोध किया कि वे उन्हें केवल कमल हासन या कमल या केएच के रूप में संबोधित करें। हासन को दी गई अन्य उपाधियों में ‘कलाई ज्ञानी’ शामिल हैं। इसका अर्थ है- कला में प्रतिभाशाली व्यक्ति। साथ ही कई प्रशंसक उन्हें उनकी आश्चर्यजनक बहुमुखी प्रतिभा के लिए प्रशंसा करने के लिए ‘सगलकला वल्लवन’ के तौर पर भी संबोधित करते हैं। एमएनएम कार्यकर्ता उन्हें ‘नम्मावर’ कहते हैं, जिसका अर्थ है ‘हमारा आदमी।’ इसके अलावा अपने फैसले पर हासन ने कहा कि सिनेमा किसी भी एक व्यक्ति से बड़ा है। मैं केवल एक छात्र हूं, जो उस कला या सिनेमा से अधिक से अधिक सीखने और विकसित होने की इच्छा रखता हूं। अन्य कला रूपों की तरह सिनेमा भी सभी के लिए है। यह सभी का है और यह अनगिनत कलाकारों, तकनीशियनों और दर्शकों का सहयोग है, जो इसे वह बनाते हैं जो यह है- मानवता की विविध, समृद्ध और निरंतर विकसित होने वाली कहानियों का एक सच्चा प्रतिबिंब।
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