शिवसेना (उद्धव गुट) ने एक बार फिर लोकसभा चुनावों के लिए विपक्ष को एकजुट करना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को शिवसेना ने कहा कि अगर विपक्ष के सभी मुख्य नेता अपने-अपने अहंकार और प्रधानमंत्री बनने की इच्छा को छोड़कर साथ आए जाएं तो 2024 में भाजपा हराया जा सकता है। शिवसेना ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जनता उनके धैर्य को पंसद करती है। लोगों को अब इस भ्रम से निकल जाना चाहिए कि कांग्रेस परिवार के राहुल गांधी नरेंद्र मोदी की तरह प्रधानमंत्री नहीं बन सकते। अब तो प्रधानमंत्री मोदी को भी ऐसा ही लगता है कि राहुल गांधी उन्हें कड़ी चुनौती दे सकते हैं। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के एक संपादकीय में कहा कि भाजपा के लिए कर्नाटक की हार 2024 के लिए एक अपशकुन है। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा मध्यप्रदेश भी हार जाएगी। जबकि, कांग्रेस छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार बचाने में कामयाब रहेगी। राजस्थान में भगवा पार्टी को जादूगर अशोक गहलोत कड़ी टक्कर देंगे। पार्टी का कहना है कि अगर राहुल गांधी उत्तर भारत में एक चुनावी कैंपेन शुरू करें तो उसका काफी असर देखने को मिलेगा। पार्टी का कहना है कि 2024 चुनावों में नरेंद्र मोदी और अमित शाह के कारण ही भाजपा को हार झेलना पड़ेगा। क्योंकि जनता ने इस जोड़ी को हराने का मन बना लिया है। अगर विपक्ष एक साथ चुनाव लड़ता है तो प्रधानमंत्री कौन होगा…इस सवाल के जवाब में सामना में लिखा है कि वह संविधान और भारत माता होंगी। लोगों के बीच से ही एक नेता निकलेगा, जो सरकार की कमान संभालेंगा। सामना में कहा गया है कि भारत में 36 राज्य हैं। बिहार, पश्चिम बंगाल, बिहार, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और झारखंड में भाजपा की सरकार नहीं है। अगर भाजपा पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों और हरियाणा जैसे छोटे राज्यों में हार जाती है तो उसे करीब 100 सीटों का नुकसान होगा। भाजपा का दावा है कि वह इस बार 400 सीटों का आंकड़ा पार कर लेंगे। जबकि, उनके नेता ही दबी जुबान में कहते हैं कि वह 200 सीटें ही पार कर लेंगे तो भी बहुत है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है कि महाविकास अघाड़ी में सीटों का बंटवारा कोई बड़ी बात नहीं है। वह भी तब, जब हमारा लक्ष्य भाजपा को हराना हो। नाना पटोले का कहना है कि कांग्रेस राज्य के सभी 48 लोकसभा सीटों पर संगठनात्मक रूप से मजबूत है। हमारा लक्ष्य है कि हम लोकसभा में अधिक से अधिक सीटें जीतें। कांग्रेस को सीटों के बंटवारे को लेकर कोई परेशानी नहीं है। भाजपा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस ही टक्कर दे सकती है। महा विकास अघाड़ी का मुख्य लक्ष्य भाजपा को हराना है।
PM को भी लगता है कि राहुल गांधी लोकसभा में देंगे चुनौती, मोदी-शाह के कारण चुनाव हारेगी BJP
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