गर्मी का सितम झेल रहे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ इन दिनों काफी सक्रिय है। इस कारण अगले छह से सात दिन तक दिल्ली, उत्तर-पश्चिमी भारत के तापमान में वृद्धि की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा तीन मई यानी मंगलवार को दिल्ली व आसपास के इलाकों में बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले 24 घंटे में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इस वजह से अधिकतम तापमान में कमी आएगी। विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ दिल्ली की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में दिल्ली, पश्चिमी यूपी, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा समेत संपूर्ण उत्तर-पश्चिम भारत में गरज के साथ बारिश व अंधड़ की चेतावनी जारी की है। यहां येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, पांच मई तक इन इलाकों में बादल छाए रहेंगे या फिर धूल भरी हवाएं चलेंगी। हालांकि सात मई के बाद फिर से प्रचंड गर्मी पड़ सकती है। राजधानी दिल्ली के मौसम की बात करें तो रविवार सुबह बादल छाए रहने व ठंडी हवाओं के कारण यहां गर्मी से राहत मिली। दोपहर 12 बजे के बाद सूरज के तेवर तल्ख होते चले गए। अधिकतम तापमान सामान्य से दो अधिक 40.5 व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक अधिक 25.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
लू पर राज्यों को अलर्ट
देशभर में बढ़ते तापमान और लू के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने रविवार को राज्यों के मुख्य सचिवों को एडवाइजरी जारी कर प्रभावी प्रबंध करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि मौसम विभाग (आईएमडी) के साथ-साथ राज्यों के साथ राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) द्वारा रोजाना गर्मी को लेकर चेतावनी जारी की जाती है।
उन्होंने राज्यों से जिला स्तर पर गर्मी से संबंधित बीमारियों पर राष्ट्रीय कार्य योजना पर दिशानिर्देशों का प्रसार करने को कहा है। उन्होंने कहा कि राज्यों को अपने सभी स्वास्थ्य कर्मियों को गर्मी की बीमारियों की शुरुआती पहचान और प्रबंधन की जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर पेयजल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होना चाहिए। साथ ही महत्वपूर्ण इलाकों में कूलिंग उपकरण सही ढंग से कार्य करने चाहिए।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर आईवी तरल पदार्थ, आईस पैक, ओआरएस और सभी आवश्यक उपकरण हरदम रहने चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों में भीषण गर्मी से बचने के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था करने को कहा ताकि आंतरिक गर्मी को कम करने के लिए कूलिंग उपकरण काम करते रहें।
सरकार ने दी सलाह
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