इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट कॉलेजों के विशेष छात्रों को अब पढ़ाई में दिक्कत नहीं होगी। तकनीकी कॉलेजों के दृष्टिबाधित छात्रों के लिए किताबें ब्रेल लिपि, ऑडियो और डिजिटल मोड में मिलेंगी। दरअसल, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने तकनीकी कॉलेजों को ऐसे छात्रों के लिए किताब तैयार करने का निर्देश दिया है। तकनीकी कॉलेजों को इसकी रिपोर्ट एआईसीटीई को भी देनी होगी। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के पॉलिसी एंड अकादमिक प्लानिंग ब्यूरो के एडवाइजर-2 डॉ. रमेश उन्नीकृष्णन की ओर से सभी राज्यों और तकनीकी कॉलेजों को पत्र लिखा गया है। इसमें लिखा है कि तकनीकी कॉलेजों में पढ़ने वाले सभी दृष्टिबाधित छात्रों को भी आम छात्रों की तर्ज पर पाठ्यसामग्री मिलना जरूरी है। इसलिए सभी तकनीकी कॉलेज ऐसे छात्रों के लिए उनकी किताबें मुहैया करवाएं। पाठ्यक्रम के तहत मार्केट में यदि पहले से ब्रेल लिपि, ऑडियो बुक्स, बड़े अक्षरों में प्रिंट किताबें और डिजिटल मोड में जो भी पाठ्य सामग्री उपलब्ध हो, उन्हें मुहैया करवाएं।
भारतीय भाषाओं में मिलेंगी किताबें
एआईसीटीई अपने तकनीकी कॉलेजों के आम छात्रों की तर्ज पर विशेष छात्रों को भी भारतीय भाषाओं में किताबें मुहैया करवाने की तैयारी कर रहा है। इसका मकसद तकनीकी कॉलेजों के सभी छात्रों को समान रूप से पढ़ाई का मौका उपलब्ध करवाना है।
मुफ्त में किताब मिलेंगी
एआईसीटीई ने तकनीकी कॉलेजों को पत्र में यह भी लिखा है कि दृष्टि बाधित छात्रों के लिए किताब मुफ्त में उपलब्ध करवायी जाएंगी। यदि तकनीकी कॉलेज पाठ्यक्रम के आधार पर ब्रेल लिपि, ऑडियो बुक्स या फिर डिजिटल मोड में किताब तैयार करवा रहे हो तो वे प्रकाशक से उन्हें मुफ्त छपवाने का अनुरोध करें।