केरल के सीएम ने ऑनलाइन स्टडी प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि हालांकि महामारी के समय में राज्य में डिजिटल स्कूली शिक्षा एक बड़ी सफलता रही है, लेकिन असामाजिक गतिविधियों के लिए बच्चों के ऑनलाइन अध्ययन प्लेटफार्मों का दुरुपयोग करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने, ऐसे साइबर अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
विजयन ने राज्य विधानसभा को बताया कि साइबर क्षेत्र के कई सकारात्मक पहलू हैं, लेकिन आजकल असामाजिक तत्वों द्वारा इसका दुरुपयोग अपराध करने और बच्चों को गुमराह करने के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा, ऐसा ही एक दखल फर्जी आईडी बनाकर ऑनलाइन कक्षाओं की हैकिंग और (सोशल मीडिया) समूहों में अश्लील बातचीत और वीडियो अपलोड करना था, जिसमें बच्चे, शिक्षक और माता-पिता सदस्य हैं। हमें बिना समझौता किए सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।
विजयन माकपा विधायक सचिन देव द्वारा हाल ही में बच्चों के ऑनलाइन अध्ययन प्लेटफार्मों में कुछ निहित स्वार्थों द्वारा घुसपैठ के प्रयास पर एक सबमिशन का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि हालांकि कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर राज्य सरकार का केवल सीमित नियंत्रण है, क्योंकि उनमें से अधिकांश विदेशी निर्मित हैं, ऐसे अपराधों को नियंत्रित करने के लिए सभी संभव उपाय किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में चल रहे शैक्षणिक वर्ष के दौरान पुलिस को 51 ऐसी शिकायतें मिली हैं, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राप्त सूचनाओं की पुष्टि के बाद कुल आठ मामले दर्ज किए गए और जांच जारी है। उन्होंने कहा कि कड़े जागरूकता के जरिए ही बच्चों को ऐसे खतरों के प्रति जागरूक किया जा सकता है और इसके लिए हमारे सामूहिक प्रयास की जरूरत है। उन्होंने विभिन्न स्तरों पर विशेष रूप से बच्चों और समाज के अन्य कमजोर समूहों के खिलाफ साइबर अपराधों को रोकने के लिए राज्य पुलिस द्वारा उठाए गए विभिन्न उपायों का भी विवरण दिया।
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