एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को उद्धव ठाकरे के समर्थन के बाद राज्य में नए सियासी समीकरणों ने जन्म लिया है। इसे एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच बढ़ती नजदीकी के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि शिंदे और उद्धव ठाकरे एक हो सकते हैं और शिवसेना भाजपा के साथ जा सकती है। हालांकि, यह समीकरण क्या नए गुल खिलाएंगे यह तो भविष्य ही बताएगा। लेकिन शिवसेना नेता के एक ट्वीट ने इन अटकलों को और पुख्ता कर दिया है। दरअसल, शिवसेना नेता दीपाली सैयद ने एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच होने वाली मुलाकात को लेकर ट्वीट किया है। शिवेसना नेता दीपाली सैयद के एक ट्वीट ने राज्य की सियासत को नई हवा दे दी है। उन्होंने ट्वीट किया, “यह सुनकर बहुत अच्छा लगा कि अगले दो दिनों में उद्धव साहब और शिंदे साहब शिवसैनिकों की भावनाओं पर चर्चा करके लिए पहली बार मिलेंगे। शिंदे साहब शिवसैनिकों की तड़प को समझते थे और उद्धव साहब ने परिवार के मुखिया की भूमिका बड़प्पन के साथ निभाई थी। दोनों की मुलाकात की मध्यस्थता करने के लिए भाजपा नेताओं का धन्यवाद।”
शिंदे कैबिनेट में आदित्य?
इससे एक दिन पहले दीपाली सैयद ने एक और ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था कि “आदित्य साहब जल्द ही कैबिनेट में शामिल होंगे। मातोश्री पर शिवसेना के 50 विधायक पेश होंगे। आदरणीय उद्धव साहब और शिंदे साहब एक हो जाएंगे। शिवसेना कोई गुट नहीं हिंदुत्व का गढ़ है। उस पर हमेशा भगवा लहराता रहेगा।”
क्या महाराष्ट्र में बदलने वाले हैं समीकरण? दो दिन में मिलेंगे शिंदे व उद्धव, शिवसेना नेता के ट्वीट ने बढ़ाई सियासी हलचल
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