रेमंड समूह के चेयरमैन गौतम सिंघानिया पत्नी नवाज मोदी से तलाक को लेकर सुर्खियों में हैं। 32 साल पहले प्रेम विवाह करने वाली नवाज मोदी ने अलग होने के लिए संपत्ति में 75 फीसदी हिस्सेदारी की मांग की है। गौतम सिंघानिया ने ट्रस्ट बनाकर यह रकम देने पर रजामंदी जताई थी लेकिन इसके लिए नवाज तैयार नहीं हैं। गौतम के करीबी ने बताया कि शादीशुदा जीवन से अलग होने के लिए नवाज ने जो शर्त रखी थी, उससे गौतम सहमत थे। गौतम संपत्ति की 75 फीसदी रकम सिंघानिया फैमिली ट्रस्ट बनाकर स्थानांतरित करना चाहते थे। गौतम की मृत्यु के बाद यह रकम नवाज की हो जाती, लेकिन नवाज ने इसे मानने से इन्कार कर दिया है। नवाज ने पति गौतम पर उन्हें और बेटी को पीटने का आरोप लगाया है। उन्होंने मीडिया के सामने 10 सितंबर की सुबह की पिटाई से लेकर दीपावली की पार्टी में उन्हें आने से रोके जाने की कहानी बयां की है। नवाज ने दावा किया है कि मारपीट के बाद गौतम पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज नहीं होने देना चाहते थे, लेकिन रिलायंस फाउंडेशन की चेयरमैन नीता अंबानी और उनके बेटे अनंत अंबानी ने मदद की जिससे रिपोर्ट दर्ज करा सकीं।
निवेशकों के डूबे 18 करोड़ डॉलर
सूट फैब्रिक के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक रेमंड के शेयरों में सातवें दिन भी गिरावट रही। कंपनी के चेयरमैन गौतम सिंघानिया और उनकी पत्नी के बीच विवाद से कंपनी की पूंजी में 18 करोड़ डॉलर की कमी आई है। इस विवाद से निवेशकों में अनिश्चितता है, जिससे वे शेयरों की बिकवाली कर रहे हैं। रेमंड का शेयर 13 नवंबर के बाद से 12 फीसदी टूट चुका है। इसी दिन सिंघानिया ने पत्नी नवाज से अलग होने की घोषणा की थी। बुधवार को शेयर 4.4 फीसदी टूट गया, जो 25 अक्तूबर के बाद किसी एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है। अंत में 3.77 फीसदी गिरकर 1,676 रुपये पर बंद हुआ। नवाज ने अलग होने के लिए सिंघानिया की 1.4 अरब डॉलर की संपत्ति में 75 फीसदी हिस्सा मांगा है। ब्रोकरेज हाउसों का कहना है, नवाज कंपनी के बोर्ड में सदस्य हैं, इसलिए यह कॉरपोरेट गवर्नेंस का भी मुद्दा बन सकता है।
गौतम सिंघानिया के ट्रस्ट बनाकर क्षतिपूर्ति राशि देने का प्रस्ताव नवाज ने ठुकराया, 75% मांगा था हिस्सा
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