प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में खाद कारखाना, एम्स और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) का लोकार्पण किया। वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री ने ही खाद कारखाना और एम्स की नींव रखी थी। अब उन्होंने खुद अपने हाथों इसे जनता को समर्पित किया।
इस दौरान उन्होंने जनता को संबोधित किया। आइए हम आपको पीएम मोदी के भाषण की दस खास बातें बताते हैं।
भीड़ देख अभिभूत हुए पीएम
पीएम ने कहा कि जब मैं मंच पर आया तो मैंने सोचा कि ये भीड़ है, लेकिन जब मैंने दूसरी तरफ देखा तो इतने दूर तक लोग फैले हुए हैं और झंडे हिला रहे हैं कि कुछ कह भी नहीं सकता। आपका प्यार और आशीर्वाद आपके लिए दिन रात काम करने की प्रेरणा देते हैं। पहले मैं 2016 में शिलान्यास करने आया था अब इनके लोकार्पण का भी सौभाग्य आपने मुझे दिया। आज आईसीएमआर के रीजनल सेंटर को भी अपनी बिल्डिंग मिली।
जब डबल इंजन की होती है सरकार तो दोगुनी तेजी से होता है काम
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों गोरखपुर में फर्टिलाइजर प्लांट और एम्स का शुरू होना कई संदेश दे रही है। जब डबल इंजन की सरकार होती है तो दोगुनी तेजी से काम होता है, आपदाएं भी अवरोध नहीं पैदा कर पातीं। तब परिश्रम भी होता है और परिणाम भी निकलता है। गोरखपुर का आज का आयोजन इस बात का भी सबूत है कि जब नया भारत ठान लेता है तो इसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है।
बंद पड़ चुके कारखानों को खोल रहे हैं हम
हमने तीन सूत्रों पर काम करना शुरू किया- यूरिया की शत प्रतिशत नीम कोटिंग की और दुरुपयोग रोका। दूसरा लोगों को यूरिया के कार्ड दिए ताकि पता चले कि किस खेत को कैसे खाद की जरूरत है। तीसरा हमने यूरिया उत्पादन बढ़ाया। बंद पड़ चुके कारखानों को हम खोल रहे हैं। एक शुरू हो गया है बाकी अन्य भी आने वाले सालों में भी खुल जाएंगे। जिस तरह से भगीरथ जी गंगा को लेकर आए थे उसी तरह इस खाद कारखाने तक ईंधन को पहुंचाने के लिए ऊर्जा गंगा को लाया गया है।
किसानों को खाद के लिए खानी पड़ती थी लाठी-गोली
पीएम ने कहा कि पिछली सरकारों में एक बड़ी दिक्कत यह भी थी कि जो खाद उपलब्ध थी उसे चोरी छिपे खेती के अलावा अन्य कामों में लगाया जाता था। किसानों को खाद के लिए लाठी-गोली तक खानी पड़ती थी। हमने यूरिया का गलत इस्तेमाल रोका और उसकी नीम कोटिंग की ताकी कालाबाजारी रोकी जा सके।
पूर्वांचल के कई शहरों में मिल रही गैस पाइप लाइन से सस्ती गैस
हल्दिया से गोरखपुर तक गैस पाइपलाइन बिछाई गई है। इससे खाद कारखाने तक तो ईंधन पहुंचा ही पूर्वी यूपी के कई शहरों में गैस पाइप लाइन से सस्ती गैस मिल रही है। मैंने कहा था कि गोरखपुर यूपी के विकास की धुरी बनेगा जो सच हो रहा है। यह कारखाना रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी देगा। पूर्वांचल में अनेक नए बिजनेस शुरू होंगे।
पहले खाड़ी का तेल आता था, अब झाड़ी का भी आता है
पीएम मोदी ने कहा कि गन्ना किसानों का गढ़ पूर्वांचल का यह एरिया इथेनॉल उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण है। पहले खाड़ी का तेल आता था अब झाड़ी का भी तेल आने लगा है।
सीएम योगी की तारीफ
मैं योगी सरकार की सराहना करता हूं कि उन्होंने गन्ना किसानों के लिए अभूतपूर्व काम किया है। 350 रुपये तक मूल्य बढ़ाया। पिछली दो सरकारों ने जितना मिलकर किया योगी जी ने सिर्फ साढ़े चार में ही गन्ना किसानों को भुगतान किया।
चिकित्सा के क्षेत्र में भी हुआ बहुत काम
पहले गोरखपुर में सिर्फ एक मेडिकल कॉलेज था लोगों को इलाज के लिए बनारस और लखनऊ जाना पड़ता था। जब आपने हमें सेवा का अवसर दिया तो इतना बड़ा एम्स बन गया और रिसर्च सेंटर की अपनी बिल्डिंग भी तैयार है। दिमागी बुखार फैलाने की वजह को दूर करने का काम किया जिसकी मेहनत आज जमीन पर दिख रही है और दिमागी बुखार के मामले 90 प्रतिशत तक कम हो गए हैं। इससे इंसेफेलाइटिस से मुक्ति के अभियान को मजबूती मिलेगी।
सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं सबका हक
पीएम ने कहा कि किसी भी देश में स्वास्थ्य सुविधाएं सस्ती हों तो वहां का विकास होता है। पहले सोचा जाता था कि एम्स जैसे बड़े मेडिकल संस्थान बड़े शहरों के लिए होते हैं लेकिन हमारी सरकार ऐसे संस्थानों को देश के सुदूर क्षेत्रों तक ले जा रही है। इस सदी की शुरुआत तक केवल एक एम्स था, अटल जी ने छह एम्स शुरू हुए और बीते सात सालों में 16 नए एम्स बनाने का काम चल रहा है। हमारा लक्ष्य है कि हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज हो और हमें खुशी है कि यह काम तेजी से चल रहा है। हाल में आपने मुझे सौभाग्य दिया था कि 9 मेडिकल कॉलेज का एक साथ लोकार्पण करूं। हमारे लिए स्वास्थ्य सुविधा और समृद्धि सर्वोपरि है। विशेषकर हमारी माताओं-बहनों का स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही घर, शौचालय, बिजली, टीका व अन्य सुविधाएं घर की महिलाओं को मिली है। देश में पहली बार महिलाओं की संख्या पुरुओं से अधिक हुई है। महिलाओं का जमीन व मकान पर मालिकाना हक बढ़ा है। इसमें यूपी टॉप पर है।
लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट
पीएम ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले की सरकारों ने गोरखपुर एम्स के लिए जमीन देने में आनाकानी की गई। बहुत दबाव पड़ने पर बेमन से उन्होंने एम्स के लिए जमीन दी। ये लोग इस बात को कभी नहीं समझेंगे कि कोरोना के संकट काल में भी विकास के काम डबल इंजन सरकार ने रुकने नहीं दिया। लोहिया और जयप्रकाश नारायण के संस्कारों को ये लोग कब का छोड़ चुके हैं। आज पूरा यूपी जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है। इन्हें सत्ता से मतलब रहा है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने उन्हें जेल से छुड़ाने के लिए। लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं। यानी खतरे की घंटी हैं।