मुंबई: बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने इस बार शिक्षा के लिए भी अच्छा खासा बजट पेश किया है। इस बार मनपा ने शिक्षा का बजट 3370.24 करोड रुपए रखा है जो पिछले साल के मुकाबले 424 करोड़ ज्यादा है। गत वर्ष बीएमसी ने 2945.78 करोड़ रुपए का एजुकेशन बजट रखा था। बीएमसी एजुकेशन विभाग की चेयरमैन संध्या जोशी ने यह बजट पेश किया। बीएमसी द्वारा जिन स्कूलों को वित्तीय सहायता दी जाती है। उन स्कूलों में शिक्षकों को सैलरी देने के लिए इस बजट में 325 करोड़ और पेंशन देने के लिए 89. 32 खर्च किए जाएंगे।
बीएमसी इस बार तकरीबन दो लाख 42 हजार प्राइमरी स्कूल के छात्रों को मुफ्त में शिक्षा मुहैया करवाएगी। जबकि जबकि 48 हजार सेकेंडरी कक्षा के छात्र भी मुफ्त शिक्षा ग्रहण करेंगे। बीएमसी शिक्षा विभाग में 900 बालवाड़ी स्कूलों को भी मंजूरी दी है। पहली से आठवीं कक्षा में ऑनलाइन शिक्षा के लिए बीएमसी 19 लाख रुपए खर्च करेगी। वहीं डिजिटल क्लासरूम के लिए कुल 28 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान है।
बच्चों की सेहत से समझौता नहीं
स्कूल के बच्चों को कोरोना और अन्य बीमारियों से बचाने के लिए स्वास्थ्य हेल्थ केयर उपकरणों के वितरण हेतु बीएमसी ने प्राइमरी के लिए 80 करोड़ और सेकेंडरी के छात्रों के लिए 20 करोड़ खर्च करने का प्रावधान किया है। जिसमें बीएमसी के बच्चों को मुफ्त में यूनिफार्म,कॉपी, किताबें, जूते, मोजे, स्टेशनरी,चप्पल, स्कूल किट जैसी तमाम चीजें उपलब्ध करवाई जाती हैं।
कंप्यूटर लैब के भी निधि
कंप्यूटर लैब की सुविधा बढ़ाने और छात्रों को तकनीकी ज्ञान देने के लिए बीएमसी ने इस बार प्राइमरी के लिए 10 करोड़ और सेकंडरी के लिए एक करोड़ 20 लाख रुपए के बजट का प्रावधान किया है। स्कूल मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम के लिए इस शिक्षा बजट में 57 करोड़ का प्रावधान किया गया है। स्कूलों में साफ सफाई और सुरक्षा शुल्क सिक्योरिटी के लिए 75 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
बीएमसी द्वारा दी जा रही शिक्षा सुविधाएं
1) बीएमसी 6831 शिक्षकों की मदद से दो लाख 42 हजार 899 छात्रों को हिंदी, मराठी, गुजराती, उर्दू, इंग्लिश, तेलगु, तमिल, और कन्नड़ भाषा में शिक्षा दे रही है। बीएमसी के शहर भर में 964 प्राइमरी स्कूल हैं। जबकि 243 सेकेंडरी स्कूलों में 1383 शक्षकों के जरिये 48 हज़ार 209 छात्रों को एजुकेशन दी जा रही है।
3) बीएमसी दो डीएड कॉलेज भी चलाती है जिसमें 153 स्टूडेंट को शिक्षा दी जाती है।
4) बीएसमी 394 निजी स्कूलों को वित्तीय सहायता देती है। जिसमें 2 हजार 836 टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ काम करता है। जबकि पहली से लेकर चौथी कक्षा के 98 हज़ार, 719 स्टूडेंट्स को शिक्षा मिलती है।
5) बीएमसी शिक्षा विभाग ने 900 बालवाड़ी को मंजूरी दी है। जिसमें से 815 बालवाड़ी शुरू हैं