विश्व हिंदू परिषद के महासचिव ने राहुल गांधी के विचारों का समर्थन किया है। उन्होंने हिंदुत्व पर बात की। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को हिंदुत्व को अपने मंच के रूप में अपनाना चाहिए, जिससे विवाद न हो सके। विहिप महासचिव मिलिंद पराडें रविवार को नागुपर पहुंचे थे। यहां उन्होंने यह टिप्पणी राहुल गांधी के सत्यम शिवम सुंदरम वाली एक पोस्ट के सवालों का जवाब देते हुए की। परांडे ने कहा कि पूरी दुनिया को हिंदू विचारों के करीब आना पड़ेगा। उन्हें हिंदू विचारों को अपनाना होगा। हिंदु विचार ही मानवजाति के लिए कल्याणकारी है। अगर ऐसा हो रहा है तो यह खुशी की बात है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को हिंदू विचारों से जुड़ना चाहिए। राजनीतिक दलों को हिंदुत्व को अपनाना चाहिए, जिससे विवाद के लिए कुछ बचे ही नहीं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जो बातें कहीं, उनमें कुछ अच्छी थी। यह अच्छी शुरुआत है। निश्चित रूप से दुनिया हिंदू विचारों की ओर आकर्षित होगी। इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है कि हिंदू इतना कमजोर नहीं होता कि भयवश हिंसा पर उतर आए। हिंदुत्व पर उन्होंने लिखा, एक हिंदू का आत्मबल इतना कमजोर नहीं होता कि वह अपने भय के वश में आकर किसी किस्म के क्रोध, घृणा या प्रतिहिंसा का माध्यम बन जाए। सत्यम् शिवम् सुंदरम् शीर्षक वाले इस लेख में राहुल ने हिंदू होने का मतलब समझाने की कोशिश की है। राहुल ने यह लेख रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी साझा किया। इसकी शुरुआत करते हुए उन्होंने लिखा है, कल्पना कीजिए, जिंदगी प्रेम और उल्लास का, भूख और भय का एक महासागर है, और हम सब उसमें तैर रहे हैं। इसकी खूबसूरती और भयावह, शक्तिशाली और सत परिवर्तनशील लहरों के बीचोबीच हम जीने का प्रयत्न करते हैं। इसमें उन्होंने लिखा कि एक हिंदू अपने अस्तित्व में समस्त चराचर को करुणा और गरिमा के साथ उदारतापूर्वक आत्मसात करता है, क्योंकि वह जानता है कि जीवनरूपी इस महासागर में हम सब डूब-उतर रहे हैं और निर्बल की रक्षा का कर्तव्य ही उसका धर्म है।
मिलिंद पराडें ने राहुल गांधी के विचारों का किया समर्थन, हिंदूत्व को लेकर कही यह बात
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