राज्यपाल के पास किसी भी प्रकार के कार्यकारी अधिकार नहीं होते हैं यह सबको मालूम है बावजूद इसके कुछ लोग राज्यपाल से जाकर मुलाकात करते हैं। यह खुले तौर पर महाराष्ट्र का अपमान है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे ने हाल ही में राज्यपाल से मुलाकात की थी। जिसके बाद संजय राउत ने यह बयान दिया है।
मुख्यमंत्री के पास हैं अधिकार
पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने कई मुद्दों पर बात की जिसमें से एक मुद्दा यह भी था। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हैं जिन्हें जनता ने चुना है। जिनके पास राज्य के फैसले लेने का अधिकार है। बावजूद इसके कुछ लोग मुख्यमंत्री से ना मिलते हुए सीधा राज्यपाल से मुलाकात करते हैं। जिनके पास कोई भी कार्यकारी अधिकार नहीं है। यह एक तरह से महाराष्ट्र का अपमान है।
राज्यपाल भी शरद पवार को नेता मानते हैं
राज्यपाल ने राज ठाकरे को शरद पवार से मुलाकात करने की सलाह दी थी। इस पर संजय राउत ने कहा कि यह खुशी की बात है कि राज्यपाल भी शरद पवार को नेता मानते हैं। मैं शरद पवार से मिलकर उन्हें राज्यपाल के मार्गदर्शन के लिए कहूंगा। हाल ही में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से राज ठाकरे ने मुलाकात कर बिजली के बढ़े हुए बिल और दूध के दाम निश्चित करने के लिए निवेदन दिया था। तब राज्यपाल ने राज को शरद पवार से मिलने के लिए कहा था।
सरकार गिरने के कयास
राउत ने कहा कि कई राजनीतिक दलों ने सरकार गिरने की कई बार भविष्यवाणियां की लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं होगा। यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। जब राज्य में युति की सरकार थी तब भी आरोप लगते थे कि बाला साहब सरकार चलाते हैं। अब महाविकास अघाडी की सरकार है तो लोग यह कहते हैं कि शरद पवार साहब सरकार चला रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ मोदी जी भी इस दूसरे राज्यों की सरकार को सलाह देते हैं। ऐसे में अगर हम शरद पवार से सलाह लेते हैं तो किसी के पेट मे दर्द क्यों हो रहा है।