रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर व पद्मविभूषण तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य के 75वें जन्मोत्सव पर अयोध्या में 1008 कुंडीय श्रीहनुमान महायज्ञ का शुभारंभ आज से हो रहा है। बड़ा भक्तकाल की बगिया के 100 एकड़ के परिसर में राजमहल जैसे पंडाल में आयोजन की तैयारी पूरी है। यहां रामकथा के साथ अविराम राम मंत्र व हनुमान मंत्र गूंजेगा। इस आयोजन का साक्षी बनने के लिए एक लाख भक्तों के पहुंचने की संभावना है। समारोह के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है। बड़ा भक्तमाल की बगिया में बने पंडाल में प्रवेश करते ही रामायण युग की अनुभूति होने लगती है। राजमहल की थीम पर बना प्रवेश द्वार लुभाता है। प्रवेश द्वार से अंदर पहुंचने पर दोनों तरफ रामलला, धर्नुधारी राम, राजाराम की छवि भक्तों को आनंदित करती है। करीब 200 कदम चलने के बाद ठीक सामने श्रीराम की मूर्ति शोभा बढ़ाती है। यहां मंदिर मॉडल की आकृति भक्तों को उत्साहित करती है। थोड़ा और आगे बढ़ने पर पूरी रामकथा के दर्शन होते हैं। राम जन्म से लेकर लंका विजय तक के प्रसंगों को बड़े ही कलात्मक ढंग से फाइवर की मूर्तियों के जरिये प्रस्तुत किया गया है। यहां पहुंचते ही श्रद्धालु रामायण युग में लीन हो जाता है। इसी के दाहिने ओर 1008 कुंडीय विशाल यज्ञमंडप का निर्माण कराया गया है। 14 से 22 जनवरी तक रोजाना हवन पूजन किया जाएगा। बाईं ओर विशाल कथा पंडाल बनाया गया है। एक साथ 40 हजार भक्तों के बैठने की व्यवस्था होगी। पंडाल में 25 हजार कुर्सियां लगाई गई हैं, जबकि 15 हजार भक्तों के जमीन पर बैठने की व्यवस्था की गई है। इसी कथा पंडाल से जगद्गुरु रामभद्राचार्य हजारों भक्तों को रामकथा का संदेश देने नजर आएंगे। परिसर में ही 10 हजार लोगों के लिए आवासीय व्यवस्था की गई है। जगद्गुरु रामभद्राचार्य के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास बताया कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद भव्य राममंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है। सभी सनातन धर्मी उत्साहित हैं। वहीं 14 जनवरी को सद्गुरुदेव रामभद्राचार्य का 75वां जन्मोत्सव है। गुरु और गोविंद दोनों का उत्सव है। इसलिए उल्लास भी दोगुना है। अनुष्ठानों का शुभारंभ रविवार को होगा। समापन 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन होगा। इस श्रीहनुमान महायज्ञ का आयोजन पाक अधिकृत कश्मीर की प्राप्ति की कामना से किया जा रहा है। रोजाना एक लाख भक्तों के भोजन की व्यवस्था रहेगी। जगद्गुरु रामभद्राचार्य 75 विशिष्ट व्यक्तियों के साथ संवाद करेंगे। आयोजन परिसर की सजावट के लिए थाईलैंड, कोलकाता, बंगलुरू, पुणे, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली से फूलाें के एक लाख बंडल यानी करीब 20 लाख फूल मंगाए गए हैं। समारोह में अमृत संध्या का भी आयोजन होगा, जिसमें नामचीन कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी। आचार्य रामचंद्र ने बताया कि 14 जनवरी को लोकगायिका मालिनी अवस्थी, 15 को कवि सुनील जोगी, 17 को हेमामालिनी, 18 को कन्हैया मित्तल, 19 को मनोज मुंतशिर, 20 को अनूप जलोटा, 21 को कवि कुमार विश्वास और 22 को सांसद मनोज तिवारी, रवि किशन और दिनेश लाल का कार्यक्रम होगा।
प्राण प्रतिष्ठा के दिन सभी पेट्रोल पंपों पर दिया जाएगा प्रसाद