जाति विवाद में घिरे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के महाराष्ट्र और गोवा के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को सोमवार को मुंबई बड़ी फजीहत झेलनी पड़ी। वे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के 65वें महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर मुंबई के दादर स्थित उनके समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें कुछ दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना भी करना पड़ा है। दलित संगठन ‘भीम शक्ति रिपब्लिक सेना’ ने कहा कि बाबा साहेब का अभिवादन करना समीर वानखेड़े का नैतिक आधार नही है।
हालांकि, इस घटना के बाद एक और दलित संगठन वहां पहुंचा और उसने समीर वानखेड़े के समर्थन में नारेबाजी का प्रयास किया। इसके बाद कुछ देर के दोनों पक्षों के बीच मारपीट की नौबत आ गई। हालांकि, पुलिस ने किसी तरह से बीच-बचाव करते हुए मामले को सुलझाने का प्रयास किया।
इशारों में मलिक ने फिर एक बार साधा निशाना
सूत्रों के मुताबिक, बाबा साहब के समाधि स्थल पर वानखेड़े ने बाबा साहेब के पोते प्रकाश अंबेडकर से भी मुलाकात की है। वानखेड़े के बाद महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक भी बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करने स्मृति स्थल पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का अभिवादन करना, प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। हम यहां हर साल आते है। कुछ लोगों ने अब आना शुरू किए है, यह अच्छी बात है। मैंने जो लड़ाई शुरू की है, उसका ‘जय भीम’ इम्पैक्ट दिखना शुरू हो गया है। इसके पहले वे यहां आए है कि नहीं उसके बारे में उन्हें जानकारी नही है, लेकिन मेरे साथ वो नमाज अदा करते थे यह सही बात है।
फर्जी दलित कोटे से नौकरी हासिल करने का आरोप
मलिक इससे पहले समीर वानखेड़े पर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को झूठे मामले में फंसाने और 25 करोड़ की उगाही का आरोप लगा चुके हैं। मलिक ने यह भी आरोप लगाया था कि उनके दामाद को ड्रग्स के झूठे मामले में फंसाया गया था। इतना ही नही नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर मुस्लिम होने के बावजूद एक हिन्दू दलित के सर्टिफिकेट पर फर्जी तरह से नौकरी हासिल करने का आरोप भी लगाया है। मलिक की माने तो वानखेड़े मुस्लिम धर्म से आते है उनके पिता का नाम दाउद वानखेड़े है।
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