कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर विभाग के छापेमारी के बाद मिली नकदी ने सबको चौंका दिया। छापेमारी में 351 करोड़ की नकदी मिली थी, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुई थी। जिसके बाद से ही तमाम राजनीतिक दलों ने साहू के खिलाफ बयानबाजी तेज कर दी है। इस बीच केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दुनिया जानती है कि वह गांधी परिवार के एटीएम थे। उन्होंने कहा, ‘हमारे ओडिशा में एक कहावत है कि मंदिर के अंदर कौन है? तो उत्तर आता है कि मैंने केला नहीं खाया। धीरज साहू कांग्रेस पार्टी के तीसरी बार के राज्यसभा सांसद हैं। दुनिया जानती है कि साहू गांधी परिवार के एटीएम थे। हम नहीं कहते कि पार्टी का एटीएम थे, लोग कहते हैं गांधी परिवार के एटीएम थे।’ एक सप्ताह बाद साहू का बयान आने पर प्रधान ने कहा, ‘एक सप्ताह के बाद साहू का बचाव आया है, जो लोगों के गले नहीं उतर रहा है। एजेंसी अपना काम कर रही है, करने दीजिए। पर एक साल उठता है कि यह पैसा कहां से आता है? वह गांधी परिवार के साथ फोटो खिंचवा रहे थे और फिर लोगों पर दबाव बना रहे थे। हर कोई उनके परिवार और व्यवसाय के बारे में जानता है।’
धीरज साहू ने तोड़ी चुप्पी
कांग्रेस के सांसद धीरज साहू ने कहा था कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह पैसा मेरे परिवार को व्यापारिक कंपनियों का है। मामले पर आयकर विभाग का पक्ष आने दीजिए। मेरे परिवार के सदस्य इसका जवाब देंगे। मुझे नहीं पता आयकर विभाग की इस कार्रवाई को लोग किस नजर से देख रहे हैं। लेकिन मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं हैं। आयकर विभाग ही बताएगा कि यह काला धन या सफेद धन है। बस इतंजार कीजिए।